New Vice President of India: भारत के नए उपराष्ट्रपति पद के लिए भाजपा ने तय किए दो नाम…लेकिन संघ सहमत नहीं! जानिए किन दो नेताओं पर बन रही सहमति

New Vice President of India: भारत के नए उपराष्ट्रपति पद के लिए भाजपा ने तय किए दो नाम...लेकिन संघ सहमत नहीं! जानिए किन दो नेताओं पर बन रही सहमति

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  • Publish Date - July 28, 2025 / 01:32 PM IST,
    Updated On - July 28, 2025 / 01:32 PM IST

New Vice President of India: कौन होगा भारत का अगला उपराष्ट्रपति? इन दो में से किसी एक नाम पर लग सकती है मुहर

HIGHLIGHTS
  • जगदीप धनखड़ के इस्तीफे से भाजपा पर दबाव
  • जातिगत और राजनीतिक संतुलन पर फोकस
  • संघ और भाजपा के बीच मतभेद

नई दिल्ली: new vice president of india after jagdeep dhankhar नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा को जगदीप धनखड़ के इस्तीफे ने डबल मुसीबत में डाल दिया। अब भाजपा को राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ-साथ नए उप राष्ट्रपति का भी चुनाव भी करना होगा। हालांकि अभी तक ये माना जा रहा था कि भाजपा ने अपने नए अध्यक्ष के नाम पर स​हमति बना ली है और आरएसएस ने भी उस पर हामी भर दी है। खबर तो ये भी थी कि भाजपा 15 अगस्त के आस-पास अपने नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर सकती है। लेकिन अब खबर आ रही है कि भाजपा नए उपराष्ट्रपति के नाम को लेकर उलझकर रह गई है।

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new vice president of india after jagdeep dhankhar मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भाजपा उपराष्ट्रपति और अध्यक्ष दोनों ही पद के लिए ऐसे आदमी की तलाश कर रही जो राजनीतिक के साथ-साथ जातिगत समीकरण में फिट बैठे। साथ ही सूत्रों के हवाले ये भी जानकारी सामने आ रही है कि नए उप राष्ट्रपति का चुनाव अगस्त अंत तक पार्टी करना चाहती है। ऐसे में ये माना जा रहा है कि भाजपा अगर उप राष्ट्रपति के पद पर सवर्ण वर्ग को बैठाती है अध्यक्ष की कुर्सी पर दलित या ओबीसी हो सकता है।

खास बात है कि साल 2022 में द्रौपदी मुर्मू भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनी थीं। उस साल ही जगदीप धनखड़ भी उपराष्ट्रपति बने थे, जिनकी पहचान किसान पुत्र दिखाई जा रही थी। कहा जा रहा है कि इसका मकसद जाट किसानों के बीच स्थिति को सुधारना था, जो 2020-21 के दौरान तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में उतर गए थे।

रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों का कहना है कि उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार भाजपा से होगा, लेकिन नाम पर अंतिम सहमति NDA दलों से बात कर होगी। वहीं, रिपोर्ट में कहा गया है कि भाजपा अध्यक्ष का नाम संघ और भाजपा में सहमति नहीं बन पाने के कारण हो रहा है। कहा जा रहा है कि संघ ‘मजबूत संगठन नेता’ चाहता है।

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अखबार से बातचीत में भाजपा के अंदरूनी सूत्र ने कहा कि ‘उपराष्ट्रपति उम्मीदवार का नाम तय करने के लिए होने वाली मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले भाजपा अध्यक्ष के लिए चर्चा कर सकते हैं। मुद्दे के समाधान के लिए इसे आरएसएस नेतृत्व के साथ उठाया जाएगा।’ रिपोर्ट में कहा गया है कि भाजपा ने दो ओबीसी मंत्रियों का नाम आगे बढ़ाया है, जिनमें शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव शामिल हैं। सूत्रों ने अखबार को बताया कि जाहिर तौर पर संघ किसी भी नाम से सहमत नहीं है, लेकिन पीएम मोदी के व्यक्तिगत हस्तक्षेप से चर्चा आगे बढ़ सकती है।

भाजपा के नए उपराष्ट्रपति पद के लिए कौन-कौन से नाम चर्चा में हैं?

सूत्रों के अनुसार धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव के नाम उपराष्ट्रपति पद के लिए आगे बढ़ाए गए हैं।

भाजपा अध्यक्ष के नाम पर आरएसएस और पार्टी में मतभेद क्यों हैं?

संघ चाहता है कि अध्यक्ष मजबूत संगठनात्मक पृष्ठभूमि वाला नेता हो, जबकि भाजपा कुछ अन्य नामों पर विचार कर रही है।

क्या भाजपा उपराष्ट्रपति और अध्यक्ष पद पर जातिगत संतुलन बना रही है?

जी हां, रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा एक पद पर सवर्ण और दूसरे पर दलित या OBC चेहरा लाकर संतुलन साधना चाहती है।

उपराष्ट्रपति पद का ऐलान कब तक हो सकता है?

पार्टी अगस्त के अंत तक उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा करने की कोशिश में है।

क्या प्रधानमंत्री मोदी भाजपा अध्यक्ष के चयन में भूमिका निभाएंगे?

रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएम मोदी खुद अध्यक्ष पद के लिए नाम पर चर्चा कर सकते हैं और आरएसएस से बातचीत भी कर सकते हैं।