नयी दिल्ली, 20 फरवरी (भाषा) संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने केंद्र के एमएसपी प्रस्ताव को किसान नेताओं द्वारा खारिज किए जाने और ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन के फैसले का स्वागत करते हुए मंगलवार को कहा कि यह सही दिशा में उठाया गया कदम है और इससे देशभर के किसानों में अधिक एकता सुनिश्चित होगी।
वर्ष 2020-21 में किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले एसकेएम ने किसान समूहों से 21 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सांसदों के निर्वाचन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का भी आह्वान किया।
‘दिल्ली चलो’ आंदोलन में भाग लेने वाले किसान नेताओं ने सोमवार को सरकारी एजेंसियों द्वारा पांच साल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर दालों, मक्का और कपास की खरीद के केंद्र के प्रस्ताव को खारिज कर दिया और कहा कि यह किसानों के हित में नहीं है। किसान नेताओं ने घोषणा की कि वे बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी की ओर कूच करेंगे।
पंजाब के प्रदर्शनकारी किसान 13 फरवरी से हरियाणा के साथ लगती राज्य की सीमा पर शंभू और खनौरी में डेरा डाले हुए हैं। पुलिस ने उस दिन उनके ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन को रोक दिया था।
मार्च का आह्वान किसानों की मांगों पर दबाव डालने के लिए एसकेएम से अलग हुए समूह एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा द्वारा किया गया था।
भाषा सुरेश सिम्मी
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