रायपुरः बिहार में SIR और वोट चोरी पर गरमाई सियासी लड़ाई अब महाभियोग तक पहुंच गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के खिलाफ विपक्ष ने खुली जंग का ऐलान कर दिया है। राहुल गांधी जहां आयोग के खिलाफ बिहार में हुंकार भर रहे हैं तो वहीं दिल्ली में इंडिया गठबंधन ने ज्ञानेश कुमार को उनके पद से हटाने के लिए संसद में महाभियोग प्रस्ताव लाने के संकेत दिए हैं।
वोट चोरी को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच चल रही तकरार में चुनाव आयोग के भी शामिल हो जाने के बाद सियासी पारा चरम पर पहुंच गया है। राहुल गांधी की ओर से वोट चोरी को लेकर दिए गए प्रजेंटेशन का जवाब देने के लिए खुद चुनाव आयोग ने जिस तेवर के साथ मोर्चा संभाला। उसकी उतनी ही तीखा प्रतिक्रिया विपक्षी मोर्चे की ओर से भी सामने आई। सोमवार को संसद के अंदर और बाहर विपक्षी दलों ने SIR और चुनाव आयोग के खिलाफ प्रदर्शन किया और नौबत मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को पद से हटाने के लिए संसद में प्रस्ताव लाने की तैयारी तक पहुंच गई। विपक्ष ने चुनाव आयोग को भाजपा का प्रवक्ता बताया तो भाजपा ने भी पलटवार करते देर नहीं लगाया। भाजपा ने विपक्षी दलों के रवैये को देशवासियों को भड़का कर देश में अराजकता पैदा करने की साजिश करार दिया।
वोट चोरी को लेकर देश में चल रही सियासी बयानबाजी और वार-पलटवार के बीच इस विवाद के केंद्र बिहार में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ जारी है। सोमवार को ये यात्रा औरंगाबाद से शुरू हुई और नेताओं ने चुनाव आयोग और भाजपा पर एक बार तीखा हमला बोला। कुल मिलाकर CEC के जवाबी हमले के बाद विपक्ष के तेवर और तीखे हो गए हैं और नौबत चुनाव आयुक्त को हटाने तक पहुंच चुकी है। हालांकि संसद में सत्ता पक्ष के संख्या बल के आगे विपक्ष की ये कोशिश के सफल होने के आसार कम हैं, लेकिन इस मुद्दे ने फिलहाल बिहार और उसके बाद अगले साल की शुरुआत में पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए संघर्ष की पृष्ठभूमि तो तैयार कर ही दी है।