नयी दिल्ली, 10 जून (भाषा) पशु अधिकार समूह पेटा-भारत ने पशु कल्याण कानूनों के ‘दीर्घकालिक और गंभीर उल्लंघन’ का हवाला देते हुए केंद्र से तेलंगाना में पंजीकृत पशु जांच सुविधा को स्थायी रूप से बंद करने का आग्रह किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पशुओं पर प्रयोग के नियंत्रण और पर्यवेक्षण को लेकर गठित समिति (सीसीएसईए) के अध्यक्ष डॉ. अभिजीत मित्रा को संबोधित एक पत्र में पेटा-भारत ने कहा कि उसने 2021 और 2023 के बीच महबूबनगर स्थित पशु जांच सुविधा केंद्र में कथित दुर्व्यवहार का दस्तावेजीकरण करने वाले पूर्व कर्मचारियों से वीडियो फुटेज, तस्वीरें और उनकी गवाही प्राप्त की है।
समूह ने सीसीएसईए से पालमूर बायोसाइंसेज प्राइवेट लिमिटेड का पंजीकरण रद्द करने और सभी जीवित जानवरों का पुनर्वास करने का आग्रह किया।
‘पीटीआई-भाषा’ ने प्रतिक्रिया के लिए पालमूर बायोसाइंसेज प्राइवेट लिमिटेड से संपर्क किया, लेकिन उससे कोई प्रतिक्रिया अभी नहीं मिल सकी है।
पत्र में पेटा-भारत ने दावा किया कि कंपनी ने केवल 800 पशुओं को रखने के लिए निर्धारित की गई जगह में लगभग 1,500 ‘बीगल’ (कुत्ते की एक नस्ल) रखे, अनुशंसित सीमाओं से कहीं ज्यादा प्रजनन कराया और वह गंभीर चोटों और संक्रमणों के मामलों में भी चिकित्सा देखभाल प्रदान करने में विफल रही।
पशु अधिकार समूह ने पशु क्रूरता निवारण अधिनियम-1960 और सीसीएसईए के दिशानिर्देशों का व्यापक रूप से अनुपालन नहीं किये जाने का आरोप लगाया।
सीसीएसईए पशुपालन एवं डेरी विभाग के अधीन कार्य करता है।
भाषा संतोष माधव
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