Publish Date - May 5, 2025 / 06:47 PM IST,
Updated On - May 5, 2025 / 06:47 PM IST
India-Pakistan Tension | Photo Credit: IBC24
HIGHLIGHTS
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने की रणनीति तैयार की।
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और गृह सचिव के साथ अहम बैठकें की।
प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों को "पूरी आजादी" देने का निर्णय लिया।
नई दिल्ली: India-Pakistan Tension पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ लगातार कड़ा एक्शन ले रहे हैं। केंद्र सरकार आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की रणनीति तैयार करने में जुटी है। इसी बीच आज एक बार फिर उच्च-स्तरीय शुरू हो चुकी है। पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ एक अहम बैठक की। इस बैठक के तुरंत बाद पीएम ने गृह सचिव गोविंद मोहन से भी मुलाकात की। जिसके बाद अब गृह सचिव गोविंद मोहन के साथ बैठक जारी है।
India-Pakistan Tension आपको बता दें कि पीएम मोदी की ये बैठक बेहद ही अहम माना जा रहा है और पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा एक्शन ले सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी की ये बैठकें संकेत देती हैं कि भारत ठोस पलटवार करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने इससे पहले भारतीय वायुसेना प्रमुख समेत तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। यह बैठक 29 अप्रैल 2025 को हुई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान भी मौजूद थे। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों को “पूरी आजादी” दी है, ताकि वे हमले का जवाब देने के लिए उचित समय, स्थान और तरीका चुन सकें।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ क्या कदम उठाए हैं?
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने की रणनीति तैयार की है। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और गृह सचिव गोविंद मोहन के साथ बैठक की, जिससे यह संकेत मिलता है कि भारत पाकिस्तान के खिलाफ ठोस कदम उठाने की तैयारी कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने किस-किस से बैठक की?
पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ बैठक की और उसके बाद गृह सचिव गोविंद मोहन से भी मुलाकात की। इससे पहले, उन्होंने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ भी एक उच्च स्तरीय बैठक की थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों को क्या निर्देश दिए थे?
प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों को "पूरी आजादी" दी थी, ताकि वे हमले का जवाब देने के लिए उचित समय, स्थान और तरीका चुन सकें।