भारत में फिर मिला पोलियो वायरस, 10 साल बाद इस शहर में हुई पुष्टि, बढ़ी स्वास्थ्य विभाग की चिंता

भारत में फिर मिला पोलियो वायरस, 10 साल बाद इस शहर में पुष्टि : Polio virus found again in India, New variant confirmed in Howrah city

भारत में फिर मिला पोलियो वायरस, 10 साल बाद इस शहर में हुई पुष्टि, बढ़ी स्वास्थ्य विभाग की चिंता
Modified Date: November 29, 2022 / 07:50 pm IST
Published Date: June 15, 2022 4:21 pm IST

नई दिल्लीः Polio virus found again in India देश में एक बार फिर पोलियो वायरस की पुष्टि हुई है। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में पोलियो वायरस का नया वैरिएंट के मामले मिले है। इससे पहले हावड़ा में आखिरी बार 2011 में एक बच्चे के शरीर में पोलियो का पता चला था। इसके बाद 2014 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को पोलियो मुक्त देश घोषित कर दिया था। अब 11 साल बाद एक बार फिर पोलियो वायरल की पुष्टि होने के बाद राज्य स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की भी चिंता बढ़ गई है।

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Polio virus found again in India स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक, मेटियाबुरुज इलाके में सीवेज के पानी में पोलियो के कीटाणु पाए गए हैं। जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने मेटियाबुरुज इलाके में निगरानी बढ़ा दी है। राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों और सरकारी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। 10 साल से अधिक समय के बाद स्वास्थ्य विभाग कोलकाता में पोलियो वायरस की खोज को काफी महत्व दे रहा है। यूनिसेफ के साथ संयुक्त प्रयासों में मेटियाबुरुज क्षेत्र में पोलियो वायरस का पता चला। इस तरह के सर्वेक्षण कभी-कभी कोलकाता के विभिन्न स्लम क्षेत्रों में किए जाते हैं।

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इन बच्चों को लेकर प्रशासन अलर्ट

स्वास्थ्य विभाग इस बात पर जोर दे रहा है कि पोलियो वायरस का पता चलने के बाद मेटियाबुरुज क्षेत्र में कहीं भी सार्वजनिक शौचालय नहीं होना चाहिए। सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को भी कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले बच्चों पर विशेष नजर रखने का निर्देश दिया गया है। उन्हें ऐसे बच्चों के मल के नमूनों की जांच करने को भी कहा गया है। साथ ही टीकाकरण पर जोर दिया गया है। 2011 में, हावड़ा की एक 12 वर्षीय लड़की में पोलियो का पता चला था। 27 मार्च 2014 को भारत को पोलियो मुक्त देश के रूप में मान्यता दी गई थी।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।