नई दिल्ली: लोकतंत्र के महापर्व में पहले चरण का मतदान गुरुवार को संपन्न हुआ। पहले चरण में 20 राज्यों के 91 लोकसभा सीटों पर मतदाताओं ने अपने अधिकार का प्रयोग किया। शाम के 6 बजते ही सभी मतदान केंद्रों पर वोट डालने की प्रक्रिया खत्म हो गई, हालांकि इस दौरान जितने मतदाता कतार में खड़े हैं वो अपना वोट डालने की अनुमति दी गई। राज्यों ने मतदान का आंकड़ा जारी कर दिया है, लेकिन भारत निर्वाचन आयोग ने मतदान का आंकड़ा जारी नहीं किया है। बता दें पहले चरण की 91 सीटों पर 1279 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था।
मिली जानकारी के अनुसार कुछ मतदान केंद्रों से छिटपुट नोकझोंक की खबरें आई, लेकिन कुल मिलाकर मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। वहीं, ओडिशा के मलकानगिरी जिले में चित्रकोंडा क्षेत्र के 6 मतदान केंद्रों पर वोट नहीं डाले गए। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा, “नक्सली हमले की संभावना को देखते हुए चित्रकोंडा के 6 बूथों पर वोटिंग प्रक्रिया नहीं हुई।”
इन राज्यों ने जारी किया मतदान का आंकड़ा
1. छत्तीसगढ़ की बस्तर सीट पर 56 प्रतिशत मतदान
2. उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 8 सीटों पर 63.69 प्रतिशत मतदान
3. बिहार में लोकसभा की 4 और विधानसभा की 1 सीट पर 53 प्रतिशत मतदान
4. उत्तराखंड में लोकसभा की 5 सीटों पर 58 प्रतिशत मतदान
5. सिक्किम की 1 लोकसभा सीट पर 69 प्रतिशत मतदान
6. मिजोरम की 1 लोकसभा सीट पर 60 प्रतिशत मतदान
7. नगालैंड की 1 लोकसभा सीट पर 78 प्रतिशत मतदान
8. मणिपुर की 1 लोकसभा सीट पर 78.2 प्रतिशत मतदान
9. त्रिपुरा की 1 लोकसभा सीट पर 81.8 प्रतिशत मतदान
10. असम की लोकसभा 5 सीट पर 68 प्रतिशत मतदान
11. पश्चिम बंगाल की 2 लोकसभा सीट पर 81 प्रतिशत मतदान
Read More: पहले चरण का मतदान खत्म, बस्तर में 57 फीसदी वोटिंग, बढ़ सकता है आंकड़ा
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की 39 शिकायतें
कांग्रेस ने महाराष्ट्र की 6 सीटों पर मतदान के दौरान 39 शिकायतें दर्ज कराई। कांग्रेस ने नागपुर में कुछ बूथों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी संबंधी 12 शिकायतें ईमेल के जरिए चुनाव आयोग से की हैं। इसके अलावा चंद्रपुर में आठ, वर्धा में छह और रामटेक में पांच ईवीएम में गड़बड़ी संबंधी शिकायत आयोग से की गई है। पार्टी ने यवतमाल-वाशिम और गढ़चिरौली-चिमूर सीटों पर भी ऐसी ही गड़बड़ी की चार शिकायतें की हैं।
वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी ने गुरुवार को प्रथम चरण के मतदान में वर्दीधारी कर्मी द्वारा लोगों को भाजपा को वोट देने के लिए मजबूर करने, ईवीएम में कांग्रेस के बटन के काम ना करने सहित अन्य गड़बड़ियों के आरोप लगाए। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया जिसमें मतदाता भाजपा विरोधी नारे लगाते दिख रहे हैं क्योंकि बीएसएफ ने भाजपा को वोट नहीं देने पर उनसे बदसलूकी की थी।
Read More: सीएम भूपेश ने बस्तरवासियों से की थी मतदान करने की अपील, अब जताया आभार, जानिए क्या कहा
उन्होंने लिखा, ” जम्मू में एक मतदान केन्द्र पर एक व्यक्ति के साथ बीएसएफ ने हाथापाई की क्योंकि उसने भाजपा को वोट देने से मना कर दिया था। मतदान केंद्रों पर सशस्त्र बलों का उपयोग कर लोगों को भाजपा को वोट देने के लिए मजबूर करना, सत्ता की भूख और उनकी हताशा को दर्शाता है…चाहे इसके लिए जो भी करना पड़े।” साथ ही नेशनल कॉन्फ्रेंस के जम्मू प्रांतीय अध्यक्ष दविंदर सिंह राणा ने भी मामले में शिकायत दर्ज कराई। उनके अनुसार पुंछ के अराई मलका इलाके में एक वर्दीधारी कर्मी ने मतदाताओं को भाजपा को वोट देने के लिए मजबूर किया। उन्होंने बताया कि मतदाताओं की शिकायत के बाद एक स्थानीय प्रशासन अधिकारी ने मौके पर पहुंच उस वर्दीधारी कर्मी को वहां से हटा दिया।