UPSC Success Story: संघर्ष की मिसाल बना गरीब किसान का बेटा, बिना कोचिंग के ही पास की UPSC की परीक्षा, रूला देगी IAS की ये सक्सेस स्टोरी
UPSC Success Story: संघर्ष की मिसाल बना गरीब किसान का बेटा, बिना कोचिंग के ही पास की UPSC की परीक्षा, रूला देगी IAS की ये सक्सेस स्टोरी
UPSC Success Story/Image Credit: ANI
- किसान के बेटे ने पास की यूपीएससी की परीक्षा।
- बिना कोचिंग के परीक्षा पास कर बने आईएएस अफसर।
- 223वीं रैंक पाकर सफलता हासिल की।
नई दिल्ली। UPSC Success Story: कहते हैं कि, कड़ी मेहनत की जाए तो सफलता आपके कदम चूमती है। इस कहावत को सच कर दिखाया है एक गरीब किसान के बेटे ने। जिसने अपनी कड़ी मेहनत और आर्थिकी स्थिती खराब होने के बावजूद उन्होंने हार ना मानते हुए दिन-रात एक करके मेहनत की और देश की सबसे कठिन परिक्षाओं में से एक यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। तो चलिए जानते हैं उनके इस सफलता की कहानी।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के एक छोटे से कस्बे का रहने वाला पवन कुमार एक बहुत ही साधारण गरीब परिवार से तालुक रखते हैं जिनेक पिता एक किसान है। जिसने गरीबी से एक IAS अधिकारी बनने तक का सफर तय किया है। जो अब सभी छात्रों के लिए एक बड़ी प्रेरणा है। पवन कुमार का बचपन छप्पर वाली छत के एक कच्चे मकान में बीता। उनका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। जीवन की शुरुआत ही मुश्किलों से भरी थी लेकिन आंखों में आईएएस अधिकारी बनने के सपने थे।
UPSC Success Story: पवन कुमार ने घर की परिस्थिती और सपने पूरे करने के लिए ठान लिया कि वे यूपीएससी पास करके अपने परिवार को इस मुश्किल दौर से निकालेंगे और एक जीवन देंगे, जिसके लिए उन्होंने ग्रेजुएशन के बाद इस परीक्षा को लेकर तैयारी शुरू कर दी। परिवार की ऐसी हालात नहीं थी, कोचिंग का खर्चा उठा सकें इसलिए वह सेल्फ स्टडी ही करते थे। फिर क्या उन्होंने बिना कोचिंग के ही तीसरे प्रयास में साल 2023 में के यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा परिणाम में पवन ने 223वीं रैंक पाकर सफलता हासिल की। उनकी इस सफलता ने परिवार का मान बढ़ाया। साथ ही वे उन लोगों के लिए भी प्रेरणा बने जो इस सफलता के लिए दिनरात मेहनत करते हैं।

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