डूंगरपुर में प्रर्शनकारियों के साथ मंत्री,जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की सकारात्मक वार्ता

डूंगरपुर में प्रर्शनकारियों के साथ मंत्री,जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की सकारात्मक वार्ता

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  • Publish Date - September 27, 2020 / 11:00 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:35 PM IST

जयपुर, 27 सितम्बर (भाषा) राजस्थान के हिंसा प्रभावित डूंगरपुर जिले में तनाव को खत्म करने के लिये रविवार को प्रर्शनकारियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने बैठक की। यहां स्थिति से निपटने के लिए त्वरित कार्यबल की दो कंपनियों को तैनात किया गया है।

शनिवार रात को उग्र प्रदर्शन के दौरान एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हो गई थी जबकि दो अन्य लोग घायल हो गये थे।

बिगडती कानून व्यवस्था की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने शनिवार रात पुलिस महानिदेशक एम.एल. लाठर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एम एन और जयपुर पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव को डूंगरपुर भेजा था।

रविवार को खेरवाडा में समाज के नेताओं, प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधिमंडल, स्थानीय जन प्रतिनिधियों और पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों ने मुद्दे पर चर्चा की।

बैठक के बाद जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री अर्जुनसिंह बामनिया ने संवाददाताओं को बताया,‘‘हमने प्रदर्शनकारियों से हिंसा रोकने और शांति बनाये रखने की अपील की है। हम सब चाहते है कि इस क्षेत्र में शांति बनी रहे और हब सब शांति बनाये रखने के लिये यहां इकठ्ठे हुए हैं।’’

उन्होंने कहा कि बैठक में आमराय थी कि इस क्षेत्र में आगे से कोई आगे से किसी तरह का उपद्रव नहीं फैले और शांति बहाल हो। बैठक में क्षेत्र के दोनो लोकसभा सदस्यों, पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री सहित क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

उदयपुर के पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता रघुवीर मीणा ने कहा कि बैठक सकारात्मक रही और अब जनप्रतिनिधियों के साथ पुलिस, प्रशासन के आला अधिकारी आंदोलन स्थल पर जा रहे है ताकि स्थिति में सुधार लाया जा सके और शांति बहाल हो सके।

जयपुर में पुलिस महानिदेशक भूपेन्द्र सिंह ने स्थिति की समीक्षा की और वरिष्ठ अधिकारियों से फीडबैक लिया।

उन्होंने बताया कि डूंगरपुर में अब स्थिति शांति पूर्ण है।

पुलिस महानिदेशक ने ‘पीटीआई—भाषा’ को बताया कि रविवार को क्षेत्र में त्वरित कार्यबल की दो कंपनियों को तैनात किया गया है। शनिवार रात को पुलिस के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को डूंगरपुर भेजा गया था और वर्तमान में स्थिति शांतिपूर्ण है।

उन्होंने बताया कि कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये अधिकारियों को हिंसा में शामिल असामाजिक तत्वों से निपटने के लिये सख्त कदम उठाने के निर्देश दिये गये हैं।

दूसरी ओर उग्र प्रदर्शनकारियों के एक दल ने रविवार तडके तीन बजे एक पिकअप वैन को आग के हवाले कर दिया।

डूंगरपुर पुलिस कंट्रोल रूम के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने रणसागर क्षेत्र में तडके करीब तीन बजे एक पिकअप को आग लगा दी और प्रदर्शनकारी आवासीय क्षेत्रों में भी घुस गये।

डूंगरपुर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्थिति तनाव पूर्ण है और क्षेत्र में कानून व्यवस्था और शांति बनाये रखने के प्रयास किये जा रहे है।

उल्लेखनीय है कि अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) से जुडी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे युवा बृहस्पतिवार शाम को उग्र हो गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस दल पर पथराव किया और पुलिस वाहनों सहित 25 से अधिक वाहनों को आग के हवाले कर दिया। शुक्रवार को हिंसा के दौरान डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग आठ पर प्रदर्शनकारियो ने पुलिस दल पर पथराव किया और कुछ बसों को आग लगा दी थी। एक पेट्रोल पंप पर लूटपाट भी की गयी थी। प्रशासन ने एहतियातन जिले में निषेधाज्ञा लगाते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं।

प्रदर्शनकारियों ने उदयपुर—अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग को खेरवाडा के पास बृहस्पतिवार से बंद कर रखा है।

हिंसा शुक्रवार और शनिवार को भी जारी रही जिसमें एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हो गई। कुछ प्रदर्शनकारियों के आवासीय क्षेत्रों में भी घुसने की सूचना मिली है।

एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने अब तक 25 वाहनों को आग लगा दी है, कई दुकानों, होटलों और पेट्रोल पंप में तोड़फोड़ की है।

शनिवार को हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। हालांकि, पुलिस ने कहा कि इस बात की पुष्टि नहीं की है कि उसकी मौत पुलिस की गोली से हुई है अथवा प्रदर्शनकारियों की गोलीबारी में उसकी मौत हुई है।

भाषा संदीप कुंज

राजकुमार

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