नयी दिल्ली, एक अप्रैल (भाषा) केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने तमिलनाडु में छह अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाने को लेकर मंगलवार को कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि यह कांग्रेस पार्टी के ‘‘राजनीतिक और नैतिक दिवालियापन’’ को दर्शाता है।
प्रधान ने यह भी आरोप लगाया कि इस तरह के ‘‘हथकंडे और घड़ियाली आंसू’’ से न तो जनता प्रभावित होगी और न ही पार्टी के सिकुड़ते राजनीतिक आधार पर कोई असर पड़ेगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 को लागू न करने को लेकर केंद्र और तमिलनाडु सरकार के बीच जारी खींचतान के बीच, तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी (टीएनसीसी) के अध्यक्ष के. सेल्वापेरुंथगई ने छह अप्रैल को मोदी के निर्धारित दौरे के दौरान उनके खिलाफ काले झंडे के साथ राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन करने की सोमवार को घोषणा की।
प्रधान ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यह कांग्रेस के राजनीतिक, बौद्धिक और नैतिक दिवालियापन का सारांश है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने एक दशक में तमिलों और तमिलनाडु के लिए उतना काम किया है, जितना कांग्रेस ने 70 साल में नहीं किया।’’
तमिलनाडु मांग कर रहा है कि केंद्र 2,500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी करे, जो राज्य द्वारा पीएम श्री योजना को लागू करने से इनकार करने के कारण रोक दी गई है।
प्रधान ने 2004 से 2014 के बीच कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकारों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी जी ने राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर तमिल भाषा, संस्कृति और प्रतीकों को बढ़ावा देने के लिए चौतरफा और जोरदार प्रयास किए हैं, जबकि कांग्रेस केवल दिखावटी बातें करती रही है। टीएनसीसी अध्यक्ष को भाजपा के पिछले 10 वर्षों के शासनकाल में तमिलनाडु को आवंटित केंद्रीय निधियों की मात्रा की तुलना संप्रग 1 और 2 के तहत आवंटित निधियों से भी करनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लोग जानते हैं कि कांग्रेस ने किस तरह तमिलनाडु को हर मोर्चे पर धोखा दिया है। इस तरह के दिखावटी हथकंडे और घड़ियाली आंसू से न तो जनता प्रभावित होगी और न ही पार्टी के सिकुड़ते राजनीतिक आधार पर कोई असर पड़ेगा।’’
भाषा
अमित रंजन
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