निजी अस्पताल ने कोरोना मरीज को थमाया 5 लाख का बिल, चिकित्सा शिक्षा मंत्री हुए नाराज, बोले कड़ी कार्रवाई करेंगे

निजी अस्पताल ने कोरोना मरीज को थमाया 5 लाख का बिल, चिकित्सा शिक्षा मंत्री हुए नाराज, बोले कड़ी कार्रवाई करेंगे

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  • Publish Date - July 29, 2020 / 06:32 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:39 PM IST

बेंगलुरु। एक निजी अस्पताल द्वारा कोरोना वायरस (Covid-19) के मरीज से कथित तौर पर पांच लाख रुपए फीस लेने पर कर्नाटक के चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने संज्ञान लिया है। और कहा कि वह अस्पताल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। राज्य में कोविड-19 प्रबंधन के प्रभारी डॉ. सुधाकर ने अपने टि्वटर हैंडल पर अपोलो अस्पतालों के बिल पोस्ट किए और कहा कि अस्पताल सरकार के दिशा निर्देशों और चेतावनी की कथित तौर पर अवहेलना कर रहा है।

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उन्होंने कहा, ‘मुझे मालूम हुआ है कि अपोलो अस्पतालों में मरीजों को काफी दिक्कतें हो रही हैं। मैंने कई बार आगाह किया है।’ सरकार ने निजी अस्पतालों में इलाज कराने वाले कोविड-19 मरीजों के लिए एक दिन में 5,000 रुपए से 15,000 रुपए का शुल्क तय किया है। अपोलो अस्पताल से संपर्क करने पर उसने कहा, ‘मंत्री के साथ संवाद में कुछ गलती हो गई है। हमारे प्रबंधन ने उन्हें जानकारी दे दी है।’

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अस्पताल के एक कार्यकारी अधिकारी ने बताया है कि बीमा शुल्क के अनुसार बिल बनाया गया, उन्होंने बताया कि 64 वर्षीय मरीज को तीन जुलाई को आईसीयू में भर्ती कराया गया और वह आईसीयू में हैं। उन्होंने कहा, ‘मरीज के परिवार को बिल से कोई दिक्कत नहीं है। बल्कि मरीज का बेटा भी चिकित्सा क्षेत्र में है और वह स्थिति को बहुत अच्छी तरह से समझता है।’

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वहीं मरीज के बेटे ने कहा कि वह कोई टिप्पणी नहीं करेगा क्योंकि मरीज अब भी अस्पताल में है, मरीज के बेटे ने कहा, ‘हमारी प्राथमिकता पिता के पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद उन्हें अस्पताल से बाहर लाना है। इस समय मैं मामले पर टिप्पणी कर इसे और उलझाना नहीं चाहता।’