पुरी, तीन नवंबर (भाषा) पुरी के गजपति महाराज दिब्यसिंह देब ने शुक्रवार को कहा कि बहुप्रतीक्षित पुरी विरासत गलियारा (श्रीमंदिर परिक्रमा) 17 जनवरी, 2024 को भक्तों को समर्पित किया जाएगा।
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष और प्रसिद्ध मंदिर के मुख्य धार्मिक पदाधिकारी देब ने दिन में पहले गलियारे का दौरा किया।
सहोदर देवताओं भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र के पहले सेवायत माने जाने वाले देब ने बाद में कहा, “कई कार्य पूरे होने वाले हैं और यह (गलियारा) 17 जनवरी, 2024 को जनता के लिए खुल जाएगा। इस अवसर पर एक विशेष पूजा और ‘हवन’ का आयोजन किया जाएगा।”
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक रंजन कुमार दास ने कहा कि परिक्रमा परियोजना का उद्घाटन जिला प्रशासन की मदद से एक भव्य कार्यक्रम में किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस अवसर पर लगभग पांच दिनों तक भव्य पूजा आयोजित की जाएगी और इसमें देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की संभावना है।
दास ने कहा, मंदिर की अनुष्ठान उप-समिति शुक्रवार शाम को प्रस्तावित भव्य पूजा पर अंतिम निर्णय लेगी।
करीब 800 करोड़ रुपये की पुरी विरासत गलियारा परियोजना में मेघनाद पचेरी (12वीं सदी के मंदिर की बाहरी दीवार) के चारों ओर एक अबाधित 75 मीटर का गलियारा बनाते हुए आगंतुकों और पर्यटकों के लिए शहर के प्रमुख हिस्सों और मंदिर के आसपास का पुनर्विकास करना शामिल है।
भाषा प्रशांत पवनेश
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