नयी दिल्ली, 29 फरवरी (भाषा) कतर से करीब ढाई सप्ताह पहले अपने सात साथियों के साथ भारत नहीं लौट सके आठवें भारतीय नागरिक की वापसी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी होने के बाद होगी। विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
आठ पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों में से सात लोग कतर द्वारा रिहा किए जाने के बाद 12 फरवरी को भारत लौट आए थे।
कतर की एक अदालत ने नौसेना के पूर्व कर्मियों को 26 अक्टूबर को मौत की सजा सुनाई थी।
खाड़ी देश की अपीलीय अदालत ने 28 दिसंबर को मृत्युदंड को कम कर दिया था और पूर्व नौसैन्य कर्मियों को अलग-अलग अवधि की कारावास की सजा सुनाई थीं।
निजी कंपनी अल दहरा के साथ काम करने वाले इन भारतीय नागरिकों को जासूसी के एक कथित मामले में अगस्त 2022 में गिरफ्तार किया गया था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यहां अपनी साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘‘जैसा कि आपको पता है कि अल दहरा ग्लोबल मामले में शामिल सभी आठ भारतीय नागरिकों को रिहा कर दिया गया है। इनमें से सात भारत लौट आए हैं।’’
उन्होंने एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा, ‘‘आठवें भारतीय नागरिक को कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी हैं। वह उन औपचारिकताओं के पूरी होने के बाद लौटेंगे।’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी हालिया कतर यात्रा में आठ भारतीयों की रिहाई के लिए कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी के प्रति आभार जताया था।
भाषा
वैभव अविनाश
अविनाश