नई दिल्लीः Rahul Gandhi In Parliament: शीतकालीन सत्र के 7वें दिन मंगलवार को लोकसभा में चुनाव सुधारों और स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) पर चर्चा चल रही है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने चुनाव आयोग और सरकार के बीच सांठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि शिक्षण संस्थाओं पर कब्जा किया गया है। वीसी की नियुक्ति योग्यता के आधार पर नहीं, एक संगठन से जुड़ाव के आधार पर की गई है। सीबीआई, ईडी पर भी एक संस्था से जुड़े लोगों ने कब्जा किया गया है। तीसरी संस्था चुनाव आयोग पर भी एक संस्था का कब्जा है, जो देश में चुनाव को कंट्रोल करती है। मेरे पास इसके सबूत हैं। बीजेपी लोकतंत्र को डैमेज करने के लिए चुनाव आयोग का इस्तेमाल कर रही है। सीजेआई को सीईसी की नियुक्ति प्रक्रिया से हटाया गया। मैं बैठा था, एक तरफ पीएम मोदी और अमित शाह बैठे थे और दूसरी तरफ मैं। किसी प्रधानमंत्री ने ऐसा नहीं किया। दिसंबर 2023 में नियम बदल यह प्रावधान किया कि किसी भी चुनाव आयुक्त को दंडित नहीं किया जा सकता। यह 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले किया गया। सीसीटीवी और डेटा को लेकर नियम बदले गए। सत्ता के साथ चुनाव आयोग का तालमेल है। यह डेटा का सवाल नहीं, चुनाव का सवाल है।
Rahul Gandhi In Parliament: अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि खादी भारत के लोगों के एक्सप्रेशन का हिस्सा है। आज मैंने खादी पहना है। बनारसी-कांजीवरम साड़ी, हिमाचली टोपी और भी दूसरे कपड़े। ये भारत के लोगों को दर्शाते हैं। ये उनके ट्रेडीशन को दर्शाते हैं। ये फेबरिक बहुत सुंदर हैं। लेकिन अब गहराई से देखते हैं तो पाते हैं कि हर एक फेबरिक में हजारों थ्रेड हैं। ऐसा नहीं है ये एक थ्रेड दूसरे से ज्यादा बड़ा है। ये सभी एक साथ हैं। इसी तरह हमारा देश भी फेबरिक है, जो 1।4 बिलियन लोगों से बना है। जो वोट से एक साथ है। हर बार हम देखते हैं, लोकसभा-राज्यसभा, देश के पंचायत-विधानसभा हम देखते हैं, अगर वोट नहीं होगा तो ये सब भी नहीं होंगे।
अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने आरएसएस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आरएसएस सभी संस्थाओं पर कब्जा करना चाहती है। नाथूराम गोडसे ने गांधी को मारा। राहुल गांधी ने कहा कि देश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति आरएसएस के हैं। इस पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। स्पीकर ओम बिरला ने राहुल गांधी से कहा कि आप चुनाव सुधार पर ही बोलिए, किसी संगठन का नाम मत लीजिए। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि हम सभी लोग नेता प्रतिपक्ष को सुनने के लिए ही बैठे हैं। अगर वह विषय पर ही नहीं बोलेंगे, तो क्यों समय खराब कर रहे हैं सबका।