नोटों की गड्डी का गद्दा बनाकर सोता था रेंजर, घर से मिला इतना कैश कि देखकर फटी रह गई अधिकारियों की आंखें
घर से मिला इतना कैश कि देखकर फटी रह गई अधिकारियों की आंखें! Ranger Sleeps on Bundle of Notes, ACB Seized Huge Cash and Illegal Jewellery
मनोहरपुर: Ranger Sleeps on Bundle of Notes देश के भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है। इसी कड़ी में एसीबी की टीम ने गुरुवार को मनोहरपुर कोयना वन प्रक्षेत्र के रेंजर विजय कुमार और उनके सहयोगी कंप्यूटर ऑपरेटर को ढाई हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था। वहीं, इस कार्रवाई के बाद एसीबी की टीम ने सर्चिेंग के दौरान रेंजर विजय कुमार के घर से भारी मात्रा में नोटों का बंडल और अवैध संपत्ति जब्त की है।
बेड पर बनाया था नोटों का गद्दा
Ranger Sleeps on Bundle of Notes मिली जानकारी के अनुसार एसीबी की टीम ने रेंजर विजय कुमार के घर से करोड़ों रुपए कैश बरामद की थी। बताया जा रहा है कि रेंजर बेड पर नोटों के बंडल का गद्दा बनाकर सोता था। रेजर के घर से इतने पैसे मिले कि अधिकारियों को गिनती के लिए मशीन मंगानी पड़ी।
पांच साल से एक ही जगह पर टिके थे विजय कुमार
रेंजर मूल रूप से बिहार के बेगूसराय जिले के टेंगरा के रहने वाला है। रेंजर विजय कुमार अवैध कमाई के बल पर ही पिछले 5 सालों से मनोहरपुर में रेंजर के पद पर बने हुए थे। पिछले साल उनका तबादला कोडरमा हुआ था, पर बताया जाता है कि पैसे के बल पर वे न सिर्फ पुनः मनोहरपुर में ही विराजमान हो गए बल्कि रेंजर विजय कुमार को मनोहरपुर कोयना वन क्षेत्र के अलाव पोड़ाहाट आनंदपुर वन प्रक्षेत्र का भी प्रभार मिल गया। जो आम लोगों की समझ से परे रहा। लोगों का कहना है कि यह सब रेंजर विजय कुमार ने अवैध पैसे के बल पर ही करा लिया।
लकड़ी माफियाओं से थे संपर्क
सारंडा में भारी पैमाने में अवैध कटाई में लकड़ी माफिया की सक्रियता और इन सब में रेंजर की भूमिका पर हमेशा सवाल उठता रहा है। खास कर वन क्षेत्र लकड़ी माफिया की सक्रियता में मामले में कार्रवाई पर रेंजर खानापूर्ति करते रहे। इसी वर्ष फरवरी माह में वन विभाग से सारंडा कोयना वन प्रक्षेत्र, मनोहरपुर के सलाई उप परिसर के अंकुआ कम्पार्टमेन्ट संख्या 17 व 18 में लकड़ी माफियाओं द्वारा सैकड़ों कीमती पेड़ काटकर गिरा दिए गए। सूचना मिलने पर वन विभाग द्वारा अवैध रूप से काटे गए 143 पीस का बोटा बरामद किया था। इस मामले में भी रेंजर विजय कुमार द्वारा की गई कारवाई संदेहप्रद रही। सूत्रों की मानें तो इस मामले में रेंजर द्वारा चार पांच फर्जी नाम पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की खानापूर्ती की गई।
पांच साल में बनाई करोड़ों की संपत्ति
रेंजर विजय कुमार ने अपने मनोहरपुर के 5 सालों के कार्यकाल में अलग से करोड़ों रुपये की संपत्ति बनाई है। मनोहरपुर प्रखंड के मेदासाई में लाखों रुपये की कीमती जमीन खरीद रखी है। एक अन्य जगह भी अग्रिम भुगतान कर जमीन का सौदा किया है। रेंजर के पुत्र के नाम दो हाइवा ट्रक लौह अयस्क खदान में चलते हैं। रेंजर की एक बोलेरो भी है, जो अपने ही विभाग में उन्होंने किराए पर चला रखी है।
विजय कुमार के नाम है लौह अयस्क का खदान
मामले को लेकर पोड़ाहाट डीएफओ नीतीश कुमार ने बताया कि विभाग द्वारा आधिकारिक कार्रवाई की जा रही है। निलंबन संबंधी कार्रवाई पर कहा कि विभाग जांच कर उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट सौंपेगा, जिसके बाद निलंबन संबंधी कार्रवाई की जाएगी। वहीं बरामद पैसों में कुछ पैसे विभागीय काम के होने के मामले पर डीएफओ ने कहा कि ये सभी जांच के बाद ही पता चलेगा। कहा कि आवंटित किए गए कई कार्य पूर्ण है। रही बात कागजों पर काम पूर्ण करने व भुगतान संबंधी जो भी मामले है, वे सभी जांच का विषय हैं।
Read More: धोखाधड़ी के शिकार हुए ये मशहूर फिल्म प्रोड्यूसर, क्रेडिट कार्ड से हुई लाखों की खरीदारी

Facebook



