सबरीमला मामला: एसआईटी का दावा, पूर्व टीडीबी प्रमुख पद्मकुमार ने रिकॉर्ड में फेरबदल किया

सबरीमला मामला: एसआईटी का दावा, पूर्व टीडीबी प्रमुख पद्मकुमार ने रिकॉर्ड में फेरबदल किया

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  • Publish Date - November 21, 2025 / 10:28 PM IST,
    Updated On - November 21, 2025 / 10:28 PM IST

तिरुवनंतपुरम, 21 नवंबर (भाषा) सबरीमला मंदिर में द्वारपालकों की मूर्तियों पर चढ़ा सोना गायब होने से जुड़े मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने दावा किया है कि गिरफ्तार किए गए पूर्व टीडीबी अध्यक्ष ए पद्मकुमार ने अभिलेखों में मूर्तियों पर “सोने की परत वाली तांबे की चादर” के जिक्र को बदलकर सिर्फ “तांबे की चादर” कर दिया।

कोल्लम सतर्कता न्यायालय में दायर रिमांड रिपोर्ट में यह बात दावा किया गया है, जहां पद्मकुमार को बृहस्पतिवार को गिरफ्तारी के बाद पेश किया गया था।

रिपोर्ट के मुताबिक, पद्मकुमार ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर देवस्वोम मैनुअल खंड 2, अध्याय 9 के मानदंडों का उल्लंघन किया, जो सबरीमला मंदिर से कीमती सामान बाहर ले जाने पर प्रतिबंध लगाता है।

रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि पद्मकुमार ने श्रीकोविल (गर्भगृह) के दरवाजे के फ्रेम को हटाने में मदद की, जो सोने से मढ़े हुए थे और 19 मार्च 2019 को उनकी अध्यक्षता में हुई त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) की बैठक के बाद इन्हें (फ्रेम को) सोने की परत चढ़ाने के लिए सौंप दिया गया था।

रिपोर्ट में कहा गया है, “यह जानते हुए भी कि दरवाजों के फ्रेम पर सोना चढ़ा हुआ है, पद्मकुमार ने नोट में पीतल शब्द को हटा दिया और अपनी लिखावट में “सोने की परत चढ़ी तांबे की चादरों” की जगह “तांबे की चादरें” लिख दिया, जो एजेंडा संख्या 30, आरओसी संख्या 9097/18/एम फाइल का हिस्सा बन गईं।”

इसमें कहा गया है कि इस हेरफेर के कारण टीडीबी सचिव ने 20 मार्च 2019 को एक बोर्ड कार्यवाही जारी की, जिससे मुख्य आरोपी उन्नीकृष्णन पोट्टी को अतिरिक्त सोना चढ़ाने के नाम पर ताबें की इन चादरों को हासिल करने में मदद मिली।

रिपोर्ट में कहा गया है कि बाद में इन्हें (सोने की चादरों को) चेन्नई ले जाया गया, जहां कथित तौर पर उनसे सोना गायब कर दिया गया।

इसमें आरोप लगाया गया है कि पद्मकुमार चेन्नई में किए गए काम का सत्यापन करने में विफल रहे और जब तांबे की इन चादरों को सबरीमला वापस लाया गया, तो उन्होंने उनकी जांच नहीं की।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पूर्व विधायक पद्मकुमार ने 2019 में टीडीबी के अध्यक्ष में रूप में सेवाएं दी थी। एसआईटी ने उन्हें बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया। श्रीकोविल के चौखटों से सोना गायब होने के दूसरे मामले में वह आठवें आरोपी हैं।

भाषा पारुल माधव

माधव