नहीं रहे मुलायम सिंह यादव , जानें कैसे तय किया अखाड़े से मुख्यमंत्री पद तक का सफर…
नहीं रहे मुलायम सिंह यादव , जानें कैसे तय किया अखाड़े से मुख्यमंत्री पद तक का सफर : Mulayam Singh Yadav is no more, know how he became the CM of UP
नई दिल्ली । यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया । वे समाजवादी पार्टी के दिग्गज राजनेता थे। यूपी के राजनीति में उनका अहम योगदान रहा। वे अपने दौर में किंग मेकर भी रहे है। जीवन के अंतिम समय में भी मुलायम सिंह यादव राजनीति के साथ रहे। 22 नवंबर 1939 में उत्तर प्रदेश को उनका जन्म यूपी के सैफई में हुआ। राजनीतिशास्त्र में बीए की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में पीएचडी की उपाधि ली। जैन इंटर कॉलेज में मुलायम सिंह ने राजनीति विज्ञान के शिक्षक के तौर पर काम किया। समाजवाद की ओर उनका झुकाव शुरुआत से ही रहा।
ऐसा रहा उनका राजनीतिक सफर
पहली बार साल 1967 में मुलायम सिंह यादव विधायक बने
साल 1969 के चुनाव में उन्हें विधानसभा चुनाव में हार मिली
साल 1974 में फिर से मुलायम सिंह यादव विधायक बने
साल 1977 में पहली बार उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री बने
साल 1980 में लोक दल के अध्यक्ष बने
साल 1982 से 1985 तक वो विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष रहे
साल 1989 में वो पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने
साल 1990 में जनता दल (समाजवादी) में शामिल हुए
साल 1992 में समाजवादी पार्टी की स्थापना की
साल 1993 में दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने
1996 में पहली बार मैनपुरी से लोकसभा सांसद बने
साल 1999 में वो संयुक्त मोर्चा गठबंधन सरकार के भारत के रक्षा मंत्री बने
साल 1999 में संभल, कन्नौज लोकसभा सीटों से सांसद बने
साल 2003 में तीसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने
साल 2004 सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड बनाया
साल 2004 में भी मैनपुरी से लोकसभा चुनाव जीते
2014 में आज़मगढ़, मैनपुरी से चुनाव जीते
साल 2019 में वो फिर सांसद बने. ये सातवां मौका था, जब वो सांसद बने
मुलायम सिंह यादव 8 बार विधानसभा-विधानपरिषद के सदस्य रहे हैं, तो 7 बार लोकसभा के सदस्य

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