कोच्चि, छह अक्टूबर (भाषा) माकपा के कई वरिष्ठ नेता कन्नूर में हुए एक विरोध प्रदर्शन से संबंधित अवमानना मामले में तलब किए जाने के बाद सोमवार को केरल उच्च न्यायालय के समक्ष पेश हुए। माकपा के प्रदर्शन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बाधित हुआ था।
पी जयराजन, एम वी जयराजन, ई पी जयराजन और विधायक के वी सुमेश न्यायमूर्ति अनिल के नरेंद्रन और न्यायमूर्ति एस मुरली कृष्णा की पीठ के समक्ष उपस्थित हुए।
अदालत ने नेताओं को हलफनामा दायर कर अपना पक्ष प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। मामले में अगली सुनवाई दस्तावेज़ दाखिल होने के बाद की जाएगी।
उच्च न्यायालय के बाहर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए एम वी जयराजन ने कहा कि अगर और समन जारी किया गया तो वे फिर से पेश होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘अदालत ने हमें एक हलफनामा दायर करने के लिए कहा है। यह प्रदर्शन यातायात अवरुद्ध करने के लिए नहीं किया गया था। यह राज्य के प्रति केंद्र की उपेक्षा के खिलाफ प्रदर्शन था।’’
यह अवमानना याचिका एर्नाकुलम निवासी एन प्रकाश ने दायर की है जिसमें आरोप लगाया गया है कि माकपा नेताओं ने इस साल फरवरी में एक प्रदर्शन आयोजित किया था जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग के एक हिस्से पर वाहनों की आवाजाही बाधित हुई थी।
याचिका में यह भी दावा किया गया कि आंदोलन के तहत कन्नूर प्रधान डाकघर के पास एक टेंट लगाया गया था। याचिकाकर्ता ने तर्क दिया कि इस तरह के प्रदर्शन उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के फैसलों का उल्लंघन हैं।
भाषा अविनाश पवनेश
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