नयी दिल्ली, एक सितंबर (भाषा) भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वालीं छह महिला पहलवानों ने शुक्रवार को दिल्ली की एक अदालत में कहा कि उनके द्वारा लगाए गए आरोपों पर अब आरोप तय किये जाने की जरूरत है।
आरोप तय करने के संबंध में दलीलों के दौरान अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट हरजीत सिंह जसपाल के समक्ष शिकायतकर्ताओं ने यह बात कही।
पहलवानों का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील ने दावा किया कि सिंह और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निलंबित सहायक सचिव विनोद तोमर को ‘निगरानी समिति’ ने कभी भी दोषमुक्त नहीं किया। वकील ने यह भी कहा कि समिति का गठन ‘लोगों की भावनाओं को शांत करने के लिए एक दिखावा’ था।
शिकायतकर्ताओं की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता रेबेका जॉन ने दावा किया कि ‘निगरानी समिति’ का गठन यौन उत्पीड़न रोकथाम (पीओएसएच) अधिनियम के नियमों के अनुसार नहीं किया गया था। इस समिति का नेतृत्व चैंपियन महिला मुक्केबाज एम सी मैरी कॉम ने किया।
अदालत ने 20 जुलाई को सिंह और तोमर को जमानत दे दी थी। इस मामले की अगली सुनवाई 16 सितंबर को की जाएगी।
भाषा संतोष दिलीप
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