Shashi Tharoor to Congress Leaders: सांसद शशि थरूर का अपने आलोचकों को जवाब!.. PM मोदी के साथ दिखने पर थे निशाने में.. अब कह दी ये बात

दरअसल शशि थरूर ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ पनामा दौरे पर अपने एक भाषण में कहा कि 'भारत सरकार ने हाल के वर्षों में अपनी सोच में बदलाव किया है। जिसके बाद आतंकियों को भी ये अहसास हो गया है कि उन्हें भारत में हमले की कीमत चुकानी पड़ेगी।'

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  • Publish Date - May 29, 2025 / 01:40 PM IST,
    Updated On - May 29, 2025 / 02:00 PM IST

Shashi Tharoor to Congress Leaders || Image- ANI News File

HIGHLIGHTS
  • कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने आलोचकों को दिया जवाब
  • सोशल मीडिया पोस्ट के मध्य से दिया जवाब
  • फ़िलहाल प्रतिनिधिमंडल के साथ देश से बाहर है थरूर

Shashi Tharoor to Congress Leaders : नई दिल्ली: सांसद शशि थरूर और उनकी पार्टी कांग्रेस के बीच सब कुछ सही नहीं चल रहा है। इसकी शुरुआत तब से हुई थी जब शशि थरूर ने आलाकमान की सहमति के बिना ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए आवदेन कर दिया था। जबकि इस चुनाव में राहुल गाँधी ने पहले ही मल्लिकार्जुन खरगे को मौका देने की बात कह दी थी। संगठन के इस चुनाव में थरूर को करारी हार का सामना करना पड़ा था। थरूर के चुनाव लड़ने के फैसले को एक तरह से गांधी परिवार से बगावत के तौर पर लिया गया, नतीजतन वह पार्टी के भीतर ही अलग-थलग पड़ते चले गये। हालांकि पार्टी ने उनके जीत के संभावनाओं को समझा और उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में तिरुवनतपुरम से टिकट भी दिया। वे जीते और सांसद बने लेकिन पार्टी के भीतर उनके समर्थकों की कमी बरकार रही।

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बात मौजूदा वाट की करें तो उनकी नजदीकियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जगजाहिर है। पीएम के साथ वे और उनके साथ पीएम मोदी काफी सहज नजर आते है। पिछले दिनों केरल में एक सभा में मोदी के साथ वे दिखाई दिए। हालांकि यह कार्यक्रम सरकारी था लेकिन माहौल पूरी तरह भाजपामय था। इससे पहले वह कांग्रेस की एक सभा से भी नदारद रहे।

बहरहाल सबसे बड़ी घटना पिछले हफ्ते देखने को मिली जब ऑपरेशन सिन्दूर के बाद विदेश भ्रमण के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के लिए नेताओं का चयन किया गया। सभी पार्टियों से नेतायों के नाम मांगे गए थे। कांग्रेस ने भी अपनी ओर से कई नाम दिए थे, इनमे शशि थरूर का नाम नहीं था बावजूद उन्हें प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया बल्कि उस डेलिगेशन का मुखिया भी बना दिया।

Shashi Tharoor to Congress Leaders: इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस के नेता और पूर्व सांसद उदितराज ने शशि थरूर के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया। उन्होंने यहाँ तक कह दिया कि थरूर को भाजपा ज्वाइन कर लेना चाहिए। उदित राज के इन बयानों पर आलाकमान मौन रहा।

वही कांग्रेस नेताओं की आलोचना के निशाने पर आए शशि थरूर ने भी पलटवार किया है। उन्होंने पनामा से सोशल मीडिया पर किये अपनी एक पोस्ट में कहा कि ‘पनामा में एक लंबे और सफल दिन के बाद मुझे मध्यरात्रि में ही कोलंबिया के लिए निकलना है। इसलिए मेरे पास इस सबके के लिए समय नहीं है, लेकिन जो अतिउत्साही लोग उनके बयान की आलोचना कर रहे हैं, उन्हें बता दूं कि मैं केवल आतंकवादी हमलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के बारे में बात कर रहा था न कि पिछले युद्धों के बारे में। मैंने बताया कि पूर्व में आतंकी हमलों का जवाब देते हुए हमने एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा का ध्यान रखा था, लेकिन हाल के वर्षों में इस सोच में बदलाव आया है। लेकिन हमेशा की तरह ट्रोल्स और मेरे आलोचक मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश करेंगे, लेकिन मेरे पास ज्यादा बेहतर चीजें हैं करने के लिए। शुभरात्रि’

क्या कहा था थरूर ने?

Shashi Tharoor to Congress Leaders: दरअसल शशि थरूर ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ पनामा दौरे पर अपने एक भाषण में कहा कि ‘भारत सरकार ने हाल के वर्षों में अपनी सोच में बदलाव किया है। जिसके बाद आतंकियों को भी ये अहसास हो गया है कि उन्हें भारत में हमले की कीमत चुकानी पड़ेगी।’ थरूर ने सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि ‘पहली बार भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक के समय एलओसी पार कर आतंकी ठिकानों पर हमले किए। यहां तक की कारगिल की लड़ाई में भी हमने सीमापार नहीं की थी। इस बार न सिर्फ हमने सीमा पार की है बल्कि अंतरराष्ट्रीय सीमा भी पार की है। हमने पाकिस्तान के मध्य में स्थित पंजाब में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।’

प्रश्न 1: शशि थरूर और कांग्रेस पार्टी के बीच टकराव की शुरुआत कब और क्यों हुई?

उत्तर: टकराव की शुरुआत तब हुई जब शशि थरूर ने कांग्रेस हाईकमान की सहमति के बिना पार्टी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा। राहुल गांधी पहले ही मल्लिकार्जुन खरगे को समर्थन देने की बात कह चुके थे। थरूर के इस कदम को गांधी परिवार के खिलाफ बगावत के रूप में देखा गया और वे पार्टी में अलग-थलग पड़ गए।

प्रश्न 2: शशि थरूर के प्रधानमंत्री मोदी से संबंधों पर कांग्रेस में क्या प्रतिक्रिया रही है?

उत्तर: थरूर की पीएम मोदी से बढ़ती नजदीकियों को लेकर कांग्रेस के भीतर सवाल उठे हैं। वे हाल ही में एक सरकारी कार्यक्रम में मोदी के साथ सहज नजर आए, जबकि उसी समय कांग्रेस की एक सभा से उनकी गैरहाजिरी पर भी चर्चा हुई, जिससे उनकी पार्टी के प्रति प्रतिबद्धता पर सवाल खड़े हुए।

प्रश्न 3: पनामा दौरे के दौरान थरूर के किस बयान ने विवाद खड़ा किया?

उत्तर: पनामा में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के दौरान थरूर ने कहा कि भारत सरकार ने आतंकी हमलों के जवाब देने की सोच में बदलाव किया है और अब भारत सीमापार जाकर भी कार्यवाही कर रहा है, जैसे कि सर्जिकल और बालाकोट स्ट्राइक में किया गया। इस बयान को कांग्रेस नेताओं ने आलोचना का विषय बनाया, जबकि थरूर ने इसे "तथ्यों के आधार पर" और "आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई" के संदर्भ में बताया।