Shashi Tharoor to Congress Leaders || Image- ANI News File
Shashi Tharoor to Congress Leaders : नई दिल्ली: सांसद शशि थरूर और उनकी पार्टी कांग्रेस के बीच सब कुछ सही नहीं चल रहा है। इसकी शुरुआत तब से हुई थी जब शशि थरूर ने आलाकमान की सहमति के बिना ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए आवदेन कर दिया था। जबकि इस चुनाव में राहुल गाँधी ने पहले ही मल्लिकार्जुन खरगे को मौका देने की बात कह दी थी। संगठन के इस चुनाव में थरूर को करारी हार का सामना करना पड़ा था। थरूर के चुनाव लड़ने के फैसले को एक तरह से गांधी परिवार से बगावत के तौर पर लिया गया, नतीजतन वह पार्टी के भीतर ही अलग-थलग पड़ते चले गये। हालांकि पार्टी ने उनके जीत के संभावनाओं को समझा और उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में तिरुवनतपुरम से टिकट भी दिया। वे जीते और सांसद बने लेकिन पार्टी के भीतर उनके समर्थकों की कमी बरकार रही।
बात मौजूदा वाट की करें तो उनकी नजदीकियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जगजाहिर है। पीएम के साथ वे और उनके साथ पीएम मोदी काफी सहज नजर आते है। पिछले दिनों केरल में एक सभा में मोदी के साथ वे दिखाई दिए। हालांकि यह कार्यक्रम सरकारी था लेकिन माहौल पूरी तरह भाजपामय था। इससे पहले वह कांग्रेस की एक सभा से भी नदारद रहे।
बहरहाल सबसे बड़ी घटना पिछले हफ्ते देखने को मिली जब ऑपरेशन सिन्दूर के बाद विदेश भ्रमण के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के लिए नेताओं का चयन किया गया। सभी पार्टियों से नेतायों के नाम मांगे गए थे। कांग्रेस ने भी अपनी ओर से कई नाम दिए थे, इनमे शशि थरूर का नाम नहीं था बावजूद उन्हें प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया बल्कि उस डेलिगेशन का मुखिया भी बना दिया।
Shashi Tharoor to Congress Leaders: इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस के नेता और पूर्व सांसद उदितराज ने शशि थरूर के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया। उन्होंने यहाँ तक कह दिया कि थरूर को भाजपा ज्वाइन कर लेना चाहिए। उदित राज के इन बयानों पर आलाकमान मौन रहा।
वही कांग्रेस नेताओं की आलोचना के निशाने पर आए शशि थरूर ने भी पलटवार किया है। उन्होंने पनामा से सोशल मीडिया पर किये अपनी एक पोस्ट में कहा कि ‘पनामा में एक लंबे और सफल दिन के बाद मुझे मध्यरात्रि में ही कोलंबिया के लिए निकलना है। इसलिए मेरे पास इस सबके के लिए समय नहीं है, लेकिन जो अतिउत्साही लोग उनके बयान की आलोचना कर रहे हैं, उन्हें बता दूं कि मैं केवल आतंकवादी हमलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के बारे में बात कर रहा था न कि पिछले युद्धों के बारे में। मैंने बताया कि पूर्व में आतंकी हमलों का जवाब देते हुए हमने एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा का ध्यान रखा था, लेकिन हाल के वर्षों में इस सोच में बदलाव आया है। लेकिन हमेशा की तरह ट्रोल्स और मेरे आलोचक मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश करेंगे, लेकिन मेरे पास ज्यादा बेहतर चीजें हैं करने के लिए। शुभरात्रि’
After a long and successful day in Panama, i have to wind up at midnightvhere with departure for Bogota, Colombia in six hours, so I don’t really have time for this — but anyway: For those zealots fulminating about my supposed ignorance of Indian valour across the LoC: in tge…
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 29, 2025
Shashi Tharoor to Congress Leaders: दरअसल शशि थरूर ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ पनामा दौरे पर अपने एक भाषण में कहा कि ‘भारत सरकार ने हाल के वर्षों में अपनी सोच में बदलाव किया है। जिसके बाद आतंकियों को भी ये अहसास हो गया है कि उन्हें भारत में हमले की कीमत चुकानी पड़ेगी।’ थरूर ने सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि ‘पहली बार भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक के समय एलओसी पार कर आतंकी ठिकानों पर हमले किए। यहां तक की कारगिल की लड़ाई में भी हमने सीमापार नहीं की थी। इस बार न सिर्फ हमने सीमा पार की है बल्कि अंतरराष्ट्रीय सीमा भी पार की है। हमने पाकिस्तान के मध्य में स्थित पंजाब में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।’