काठमांडू: भारत और नेपाल को जोड़ने वाली भारत की पहली पर्यटक गौरव ट्रेन है। जो भारत से 500 पर्यटकों को लेकर राष्ट्रीय राजधानी से नेपाल के जनकपुर पहुंची। विशेष रूप से ये ट्रेन दोनों देशों में रामायण सर्किट से जुड़े गंतव्यों को जोड़ती है। इससे पहले, केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री जी.किशन रेड्डी ने रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से 14-कोच वाली ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। जनकपुर पहुंचते ही जनकपुरधाम के मेयर मनोज कुमार शाह, नेपाल रेलवे के महाप्रबंधक निरंजन झा, काउंसलर ने ट्रेन और उसमें सवार यात्रियों का नेपाल में स्वागत किया।
पर्यटक सबसे पहले जानकी मंदिर में दर्शन के लिए जाएंगे, जहां वे मंदिर परिसर में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम देखेंगे। भारतीय दूतावास की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, वे गंगा आरती में भी भाग लेंगे।
यह भी पढ़ें :‘बिहार में जंगलराज की याद दिलाती है बदहाल सड़कें’.. प्रशांत किशोर का नीतीश सरकार पर तंज
भारतीय दूतावास का कहना है कि भारत सरकार ने भगवान राम और सीता से संबंधित सभी प्रमुख स्थानों को जोड़ने का एक अच्छा साधन है। इस तरह रामायण सर्किट विकसित करने के लिए यह पहल शुरू की गई है।
आईआरसीटीसी की 18 दिवसीय श्री रामायण यात्रा विशेष पर्यटक ट्रेन तीर्थयात्रियों को भगवान राम के जीवन से जुड़े पवित्र स्थानों तक ले जाएगी। जहां तक ट्रेन के उद्देश्य का सवाल है, यह रामायण सर्किट पर संचालित होगी और अयोध्या, नंदीग्राम, सीतामढ़ी, वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट, पंचवटी (नासिक), हम्पी, रामेश्वरम और भद्राचलम सहित अन्य लोकप्रिय स्थलों के अलावा पहली बार जनकपुर (नेपाल) के धार्मिक स्थल को भी कवर करेगी।
भारत गौरव ट्रेन की सुविधाएं
यह भी पढ़ें :Government Job Recruitment: सिर्फ 20 रुपये में कर सकते हैं आवेदन! 10वीं पास जल्दी करें अप्लाई
रेलवे की IRCTC की इस भारत गौरव ट्रेन में कुल 14 कोच होंगे। ये ट्रेन आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित है, जिसमें पैंट्री कार, सीसीटीवी कैमरे, अनाउंसमेंट सिस्टम लगाया गया है। ताकि यात्रा के दौरान यात्रियों को आरामदायक सफर मिले। इस तरह से आप भी भगवान राम का पूरे देश में दर्शन कर सकते हैं।
खबर उपराज्यपाल केजरीवाल तिहाड़
8 hours ago