दिल्ली और मुंबई के 10 में से छह लोग प्रदूषण की वजह से कहीं और बसने के इच्छुक : सर्वेक्षण |

दिल्ली और मुंबई के 10 में से छह लोग प्रदूषण की वजह से कहीं और बसने के इच्छुक : सर्वेक्षण

दिल्ली और मुंबई के 10 में से छह लोग प्रदूषण की वजह से कहीं और बसने के इच्छुक : सर्वेक्षण

:   Modified Date:  November 29, 2023 / 05:26 PM IST, Published Date : November 29, 2023/5:26 pm IST

नयी दिल्ली, 29 नवंबर (भाषा) दिल्ली और मुंबई में रहने वाले 60 प्रतिशत लोग दोनों शहरों में वायु प्रदूषण से खराब होते हालात के मद्देनजर कहीं और जाने के विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। यह खुलासा एक नवीनतम अध्ययन में हुआ है।

स्वास्थ्य सेवा प्रदाता प्रिस्टिन केयर ने दिल्ली, मुंबई और आसपास के इलाकों के चार हजार लोगों पर किए गए सर्वेक्षण के आधार पर यह नतीजे पेश किए हैं।

अध्ययन में शामिल 10 में से नौ उत्तरदाताओं ने वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में गिरावट के सबसे आम लक्षणों जैसे लगातार खांसी, सांस लेने में तकलीफ, घरघराहट, गले में खराश और आंखों से पानी निकलने या खुजली का अनुभव करने की बात कही।

सर्वेक्षण के मुताबिक, ‘‘दिल्ली और मुंबई में 10 में से छह निवासी ने खराब वायु गुणवत्ता और प्रदूषण के कारण स्थानांतरित होने पर विचार करने की बात कही।’’

सर्वेक्षण के नतीजों में सामने आया कि वायु गुणवत्ता में गिरावट खासतौर पर सर्दियों के मौसम की वजह से लोगों की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।

सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, 40 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने सर्दियों के मौसम में अपने प्रियजनों में अस्थमा या ब्रोंकाइटिस जैसी पहले से मौजूद श्वसन संबंधी समस्याओं में वृद्धि होने की बात कही। अध्ययन के मुताबिक, ‘‘ दिल्ली और मुंबई में 10 में से चार लोगों को हर साल या कुछ वर्षों में वायु प्रदूषण से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के लिए इलाज की जरूरत पड़ती है।’’

सर्वेक्षण में शामिल लोगों से जब वायु प्रदूषण से निपटने के लिए अपनी जीवनशैली में बदलाव के बारे में पूछा गया गया, तो 35 प्रतिशत ने बताया कि उन्होंने व्यायाम और दौड़ने जैसी बाहरी गतिविधियां बंद कर दी हैं जबकि 30 प्रतिशत ने बाहर मास्क पहनना शुरू कर दिया।

अध्ययन के मुताबिक दिल्ली और मुंबई में केवल 27 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने की बात स्वीकार की जबकि आश्चर्यजनक रूप से 43 प्रतिशत लोगों में ‘गलत धारणा है कि इनके उपयोग से प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है।’’

भाषा धीरज माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)