नई दिल्ली। देश के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में आंधी-तूफान का दौर जारी है। मंगलवार को उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में बर्फबारी और भूस्खलन के कारण चार धाम यात्रा कुछ स्थानों पर कई बार रोकनी पड़ी। केदारनाथ में 400 यात्री फंसे हुए हैं। जबकि 4000 यात्रियों को गौरीकुंड वापस लाया गया। उधर बद्रीनाथ में मई महीने में 12 साल, यानी 2006 के बाद बर्फबारी हुई है।
Badrinath in #Uttarakhand receives fresh snowfall. pic.twitter.com/bzXqFx33hn
— ANI (@ANI) May 9, 2018
हेमकुंड साहिब, गंगोत्री, यमुनोत्री और तुंगनाथ धाम में भी बर्फ गिरी है। बर्फबारी, बारिश और ओले गिरने के कारण शिमला में तापमान 11 डिग्री तक पहुंच गया। वहां अमूमन फरवरी में इतना तापमान होता है। इस बीच सरकार ने दो-तीन मई को आई आंधी में मरने वालों का आंकड़ा जारी किया। इसमें 134 लोगों की मौत हुई और 400 से ज्यादा लोग घायल हुए। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के बड़े इलाके में बर्फबारी हुई है।
Visuals of heavy snowfall in the #PirPanjal range of #JammuAndKashmir. (8.5.2018) pic.twitter.com/zzLzZ4C4Du
— ANI (@ANI) May 8, 2018
राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, यूपी, पंजाब और चंडीगढ़ में 50 से 70 किमी की रफ्तार से हवाएं चलीं। देश के उत्तरी हिस्से का मौसम भले ही तूफान-बारिश वाला हो, छत्तीसगढ़ में गर्मी के हालात लगातार खतरनाक हो रहे हैं। बिलासपुर समेत उत्तरी छत्तीसगढ़ में लगातार दूसरे दिन गर्मी 44 डिग्री के पार होने के बाद मौसम विभाग ने वहां बुधवार को लू चलने की चेतावनी जारी कर दी है। इस सीजन में प्रदेश में लू की यह पहली चेतावनी है। राजधानी रायपुर भी तेज गर्मी की चपेट में आने लगी है।
वेब डेस्क, IBC24