तमिलनाडु में जवाहर नवोदय विद्यालय पर न्यायालय का फैसला द्रमुक सरकार के लिए झटका: भाजपा नेता

तमिलनाडु में जवाहर नवोदय विद्यालय पर न्यायालय का फैसला द्रमुक सरकार के लिए झटका: भाजपा नेता

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  • Publish Date - December 16, 2025 / 02:12 PM IST,
    Updated On - December 16, 2025 / 02:12 PM IST

चेन्नई, 16 दिसंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के अध्यक्ष नैनार नागेंद्रन ने तमिलनाडु स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय की स्थापना को लेकर उच्चतम न्यायालय के फैसले को ‘‘समान शिक्षा के अधिकार को छीनने वाली’’ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सरकार के लिए मंगलवार को ‘‘बड़ा झटका’’ बताया।

नागेंद्रन ने कहा कि यदि सत्तारूढ़ द्रमुक सरकार हमेशा की तरह इस आदेश का भी अनादर करती है तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि ‘‘राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगियों द्वारा गठित होने वाली सरकार’’ पूरे तमिलनाडु में नवोदय विद्यालय शुरू करेगी।

नागेंद्रन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हम राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करेंगे और विद्यार्थियों को उत्कृष्ट बनाएंगे। यह निश्चित रूप से होगा।’’

न्यायालय ने तमिलनाडु सरकार को राज्य में जवाहर नवोदय विद्यालयों की स्थापना के मुद्दे पर केंद्र के साथ विचार- विमर्श करने का सोमवार को निर्देश दिया था।

न्यायमूर्ति बी वी नागरत्ना और न्यायमूर्ति आर महादेवन की पीठ ने कहा था कि राज्य सरकार को टकराव का रवैया नहीं अपनाना चाहिए और एक संघीय प्रारूप में चर्चा होनी चाहिए।

पीठ ने राज्य सरकार से इस संबंध में एक रिपोर्ट अदालत में दाखिल करने को कहा।

नागेंद्रन ने कहा, ‘‘समान शिक्षा के अधिकार को छीनने के लिए उच्चतम न्यायालय ने द्रमुक सरकार को करारा झटका दिया है।’’

उन्होंने कहा कि अदालत ने सवाल किया है कि राज्य सरकार ने ‘‘तुच्छ राजनीति’’ के कारण उन जवाहर नवोदय विद्यालयों को स्थापित होने से क्यों रोका, जो ग्रामीण क्षेत्रों के मेधावी छात्रों को निःशुल्क आवास और भोजन के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हैं।

नागेंद्रन ने कहा कि देशभर में 650 नवोदय विद्यालयों से हजारों ग्रामीण छात्रों को लाभ मिला है और अदालत ने सही कहा कि भाषा के आधार पर उन्हें शिक्षा से वंचित करना और उनकी प्रगति को रोकना अनुचित है।

नागेंद्रन ने कहा, ‘‘गरीब ग्रामीण छात्रों का भविष्य कई वर्षों तक बर्बाद करने के पाप के प्रायश्चित के रूप में द्रमुक सरकार को उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार हर जिले में नवोदय विद्यालयों की स्थापना के लिए भूमि की पहचान करनी चाहिए।’’

तिरुपरनकुंड्रम कार्तिगई दीपम् प्रज्वलन मामले का परोक्ष उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘द्रमुक सरकार यदि हमेशा की तरह अदालत के आदेश का अनादर भी करती है तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जो राजग सरकार बनेगी, वह पूरे तमिलनाडु में नवोदय विद्यालय शुरू करेगी, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करेगी और छात्रों को उत्कृष्ट बनाएगी। यह निश्चित है।’’

भाषा सिम्मी नरेश

नरेश