कोलकाता, 17 दिसंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी बुधवार को सॉल्ट लेक स्टेडियम परिसर गए, जहां 13 दिसंबर को अर्जेंटीना के दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेस्सी के कार्यक्रम के दौरान दर्शकों ने बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की थी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता स्टेडियम में प्रवेश नहीं कर सके क्योंकि परिसर के द्वार बंद थे।
अधिकारी ने कहा कि वे स्टेडियम में हुए नुकसान का जायजा लेने आए थे, जो सार्वजनिक संपत्ति है।
उन्होंने कहा, ‘विपक्ष के नेता के रूप में, सार्वजनिक संपत्तियों की रक्षा करना मेरा नैतिक दायित्व है। आयोजकों और पश्चिम बंगाल सरकार के कुप्रबंधन के कारण आक्रोशित दर्शकों द्वारा की गई तोड़फोड़ समझ से परे है।’
स्टेडियम के अंदर फुटबॉल प्रशंसकों ने जमकर हंगामा किया क्योंकि वे मेस्सी की एक झलक भी नहीं देख पाए। मेस्सी अति विशिष्ट व्यक्तियों और अन्य अधिकारियों से घिरे हुए थे।
अधिकारी ने पश्चिम बंगाल के मंत्रियों सुजीत बोस और अरूप बिस्वास की गिरफ्तारी की मांग की और आरोप लगाया कि इस आयोजन के नाम पर करोड़ों रुपये लूटे गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘मैं सुजीत बोस और अरूप बिस्वास की गिरफ्तारी की मांग करता हूं।’
अधिकारी ने कहा कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए फुटबॉल प्रशंसकों को कानूनी सहायता दी जाएगी और भाजपा उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने के लिए अदालत का रुख भी करेगी।
इससे पहले दिन में एक संवाददाता सम्मेलन में, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शामिक भट्टाचार्य ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोग वे थे जिन्होंने भारी कीमत पर टिकट खरीदे थे।
उन्होंने आरोप लगाया, “इस गड़बड़ी के लिए पूरी तृणमूल कांग्रेस पार्टी जिम्मेदार है।”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साल्ट लेक स्टेडियम में लियोनेल मेस्सी के कार्यक्रम के कथित कुप्रबंधन के लिए मंगलवार को खेल मंत्री अरूप बिस्वास का इस्तीफा स्वीकार कर लिया, वहीं राज्य सरकार ने डीजीपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया और एक पुलिस उपायुक्त को निलंबित कर दिया।
भाषा तान्या नरेश प्रशांत
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