नयी दिल्ली, पांच सितंबर (भाषा) दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर 118 अध्यापकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार-2025 से सम्मानित किया और बुनियादी साक्षरता एवं संख्याज्ञान को मजबूत करने के लिए ‘निपुण संकल्प’ कार्यक्रम की शुरुआत की।
इस मौके पर शैक्षणिक पहल और नवाचारों पर आधारित एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई, जिसमें 11 विषयगत स्टॉल शामिल थे।
इनमें मुख्यमंत्री श्री स्कूल, समग्र शिक्षा, विद्यानजली, व्यावसायिक प्रशिक्षण, भाषा प्रयोगशालाएं, खेल शिक्षा तथा सरदार पटेल और बाल भारती जैसे स्कूलों की उपलब्धियां प्रदर्शित की गईं।
इसके अलावा राष्ट्रीय प्रतीक की स्थापना और ‘विरासत भी विकास भी’ शीर्षक से डिजिटल प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें वैदिक काल से आधुनिक युग तक भारतीय शिक्षा का इतिहास दर्शाया गया।
कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और शिक्षा मंत्री आशीष सूद मौजूद थे।
सूद ने कहा कि शिक्षक दिवस शिक्षा के व्यापक उद्देश्य और भविष्य की पीढ़ियों को गढ़ने में शिक्षकों के योगदान की याद दिलाता है।
उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार का लक्ष्य 9वीं से 12वीं तक सभी कक्षाओं को स्मार्ट क्लासरूम में बदलना और ‘एक पेड़ के नाम 2.0’ अभियान जैसे हरित उपक्रमों का विस्तार करना है। इस अभियान के तहत स्कूलों में वृक्षारोपण किया जा रहा है।
शिक्षा मंत्रालय की सिफारिश पर दिल्ली की दो शिक्षिकाओं को विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया। दिल्ली नगर निगम की सहायक अध्यापिका पिंकी और सरकारी स्कूल की अध्यापिका दीपशिखा को सम्मानित किया गया।
सूद ने कहा, ‘‘शिक्षक दिवस केवल व्यक्तियों को सम्मानित करने का अवसर नहीं है, बल्कि उन शिक्षकों के समर्पण का उत्सव है, जो कक्षाओं में बदलाव ला रहे हैं।’’
भाषा राखी अविनाश
अविनाश