(तस्वीर के साथ)
श्रीनगर, 24 मई (भाषा) जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को केंद्र शासित प्रदेश के लोगों से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि आतंकवादियों की सहायता करने वाले तत्वों को समाज से बाहर किया जाए।
सिन्हा ने यहां हजरतबल दरगाह में एक अतिथि गृह की आधारशिला रखने के बाद कहा, ‘‘हमें आतंकवादी तंत्र पर कड़ा प्रहार करने की जरूरत है। आतंकवादियों के सहयोगियों की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें जम्मू-कश्मीर की आत्मा पर घाव पहुंचाने के लिए आतंकवादियों के समान सजा दी जानी चाहिए।’’
उपराज्यपाल ने पहलगाम नरसंहार के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने ‘‘आतंकवादी देश पाकिस्तान’’ को दंडित करके हमले का बदला लिया और आतंकवाद के प्रति भारत की कतई न सहन करने की नीति को दृढ़ता से लागू किया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सशस्त्र बलों के बहादुर जवानों ने न केवल पाकिस्तान के भीतर आतंकी ढांचों को नष्ट किया है, बल्कि एक नयी लक्ष्मण रेखा भी खींच दी है। अब किसी भी आतंकी हमले को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा और पाकिस्तान को इसके लिए कठोरतम सजा दी जाएगी।’’
सिन्हा ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के खिलाफ जिस तरह का विरोध प्रदर्शन हुआ, वह ऐतिहासिक था और घाटी आतंकवाद के खिलाफ नारों से गूंज उठी।
भाषा धीरज देवेंद्र
देवेंद्र