कश्मीर में आतंकियों ने नुकसान पहुंचाने इजाद किया यह खतरनाक तरीका, सुरक्षा अधिकारी भी हैरान कहा इससे पहले कभी नही हुआ ऐसा

कश्मीर में आतंकियों ने नुकसान पहुंचाने इजाद किया यह खतरनाक तरीका, सुरक्षा अधिकारी भी हैरान कहा इससे पहले कभी नही हुआ ऐसा

कश्मीर में आतंकियों ने नुकसान पहुंचाने इजाद किया यह खतरनाक तरीका, सुरक्षा अधिकारी भी हैरान कहा इससे पहले कभी नही हुआ ऐसा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:43 pm IST
Published Date: October 26, 2019 1:05 pm IST

नईदिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए अब नया तरीका अपना लिया है। आतंकियों ने बिजली के टॉवर्स के जरिए अब लोगों के लिए परेशानी पैदा कर रहे हैं। शोपियां जिले में ट्रक चलाने वालों पर एक हमले की जांच के दौरान सर्च ऑपरेशन के दौरान चित्रगाम इलाके में पाया गया कि वहां 400 मेगावॉट के दो ट्रांसमिशन लाइन्स कटी हुई थीं। सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त सेना हमले के बाद गांव से गुजर रही थी, जिसमें दो ट्रक चालक मारे गए थे और एक घायल हो गया था।

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जांच में पता चला कि जिस जगह पर हमला हुआ था वहां से कुछ मीटर की दूरी पर एक ट्रांसमिशन टॉवर क्षतिग्रस्त था। सर्च ऑपरेशन में शामिल एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ‘टॉवर को अलग करने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया गया था। हमें कुछ लोगों को वहां रखना पड़ा जिन्होंने रात में टॉवर की निगरानी की अन्यथा यह ढह सकता था।’ अगर टावर के ऊपर से गिरता तो यह विध्वंसकारी हो सकता था।’

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घाटी में जिहादी समूहों की नई रणनीति से सुरक्षा अधिकारी परेशान हैं। एक अधिकारी ने बताया कि ‘आतंकवादियों ने गैस कटर से इस बड़े टावर के दो हिस्सों को काट लिया था। ऐसा लगता है कि बाद में गैस खत्म हो गई जिसके चलते बाकी हिस्सों को नहीं काट पाए। सौभाग्य से जिस टॉवर संख्या 348 को आतंकियों ने निशाना बनाया था, वह सस्पेंडेड टॉवर है। एक अधिकारी ने कहा कि ‘सस्पेडेंड टॉवर दो टावरों के बीच खड़ा है और अन्य टॉवर्स का सपोर्ट करता है।’

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एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि ‘यह एक बड़ी चुनौती है। कश्मीर में सैकड़ों ऐसे टावर हैं, जो आसानी से निशाना बनाए जा सकते हैं। हमने कश्मीर उग्रवाद के इतिहास में पहले ऐसा कुछ नहीं देखा था। इससे पहले मोबाइल फोन टावरों को निशाना बनाया गया हालांकि उससे कुछ ज्यादा नुकसान नहीं हुआ लेकिन बिजली के ट्रांसमिशन टॉवर कभी आतंकियों का निशाना नहीं थे।’

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com