नई दिल्ली: उदयपुर में कन्हैया लाल और अमरावती में उमेश की हत्या से पहले नागपुर का एक परिवार अपना घर छोड़ने को विवश हो गया था। सोशल मीडिया पर इस परिवार के 22 वर्षीय बेटे ने नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट किया था। जिसके बाद से उसे जान से मारने की धमकियाँ मिल रही थीं। विशेष समुदाय से लगातार मिल रही धमकियों के बाद परिवार ने जल्दबाजी में अपना घर ही छोड़ दिया था। अब दो हफ्ते बाद ये परिवार अपने घर लौटा है, लेकिन युवक का कुछ पता नहीं है। इस मामले में स्थानीय पुलिस ने हस्तक्षेप कर एक्शन लिया था और पिछले महीने युवक पर हमले को रोका था।
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दरअसल, नागपुर के एक युवक ने नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट किया था जिसको लेकर वो चारों तरफ से घिर गया है। इस परिवार के युवक ने फेसबुक से आपत्तिजनक कंटेन्ट को डिलीट कर माफी भी मांग ली थी। इसके बावजूद युवक को धमकियाँ मिलनी कम नहीं हुई। यहाँ तक कि युवक की फोटो पोस्ट कर सोशल मीडिया पर उसे धमकी दी गई। इस डर से दो हफ्ते तक युवक व उसका परिवार अपना घर छोड़कर शहर से बाहर चला गया था। हाल ही में परिवार अपने घर लौटा है, लेकिन युवक अपने घर नहीं लौटा। अभी भी ये परिवार भारी प्रतिबंध के बीच डर-डर के जी रहा है। परिवारवाले युवक को लेकर परेशान हैं वो पिछले 15 दिनों से छिपकर रह रहा है, और उसकी कोई खबर नहीं है।
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इस युवक के बड़े भाई ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में कहा, “हमारी गतिविधियों पर पाबंदी है। हम तभी बाहर जा सकते हैं जब बहुत आवश्यक हो। अमरावती की घटना के बाद से हम लोग काफी डरे हुए हैं।” युवक के बड़े भाई ने आगे कहा, “हमने शुरू में अपने छोटे भाई को दूर भेज दिया था। आज हम उसे वापस घर नहीं ला पा रहे हैं।”