नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (भाषा) विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को लोकसभा को सूचित किया कि विदेशों में काम करने या रहने वाले भारतीय नागरिकों की मृत्यु के मामलों की कुल संख्या में हाल के दिनों में ‘‘कोई महत्वपूर्ण वृद्धि नहीं हुई है’’। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अक्टूबर तक ‘‘स्वदेश लाये गये भारतीय नागरिकों के शवों की संख्या’ 5,897 है।
विदेश मंत्री जयशंकर से यह भी पूछा गया कि क्या सरकार विभिन्न देशों से शव वापस लाने में लगने वाले समय का डेटा रखती है।
उन्होंने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, ‘‘सरकार विदेशों में रहने वाले भारतीय नागरिकों को प्रभावित करने वाले मुद्दों के समाधान को उच्च प्राथमिकता देती है, जिसमें मृत्यु के मामले, स्थानीय दाह संस्कार/दफन और पार्थिव शरीर को उनके गृह नगरों तक ले जाना शामिल है।’’
विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘विदेश में काम करने या रहने वाले भारतीय नागरिकों की मृत्यु के मामलों की कुल संख्या में हाल के समय में कोई खास वृद्धि नहीं हुई है।’’
अपने जवाब में, केंद्रीय मंत्री ने 2016 से स्वदेश लाए गए भारतीय नागरिकों के शव की वर्षवार सूची भी साझा की।
आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष अक्टूबर तक भारत लाए गए भारतीय नागरिकों के शवों की संख्या 5,897 है। वर्ष 2016 में यह आंकड़ा 4,167, वर्ष 2017 में 4,222, वर्ष 2018 में 4,205, वर्ष 2019 में 5,291 और वर्ष 2020 में 5,321 रहा। उसके बाद के चार वर्षों में यह आंकड़ा क्रमश: 5,834; 5,946; 6,532 और 7,096 रहा।
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सुरेश अविनाश
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