श्रीनगर, पांच सितंबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष दरखशां अंद्राबी ने शुक्रवार को यहां नवीनीकृत हजरतबल मस्जिद की उद्घाटन पट्टिका पर राष्ट्रीय प्रतीक लगाने का विरोध करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।
मस्जिद परिसर के अंदर उद्घाटन पट्टिका पर राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह लगाया गया, जिसकी विभिन्न पक्षों ने तीखी आलोचना की।
सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के मुख्य प्रवक्ता और जदीबल के विधायक तनवीर सादिक ने कहा कि प्रतिष्ठित दरगाह में बुत स्थापित करना इस्लाम के खिलाफ है, जो बुतपरस्ती की मनाही करता है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोई धार्मिक विद्वान नहीं हूं, लेकिन इस्लाम में बुतपरस्ती की सख्त मनाही है, जो सबसे बड़ा पाप है। हमारे ईमान की बुनियाद तौहीद है।’’
लोगों ने शुक्रवार को राष्ट्रीय प्रतीक अंकित उद्घाटन पट्टिका को तोड़ दिया।
घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए अंद्राबी ने कहा कि कुछ लोग इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं।
उन्होंने हज़रतबल में संवाददाता सम्मेलन में पूछा, ‘क्या यहां के नेता इस प्रतीक चिह्न का इस्तेमाल नहीं करते? क्या हमारे निर्वाचित मुख्यमंत्री इस प्रतीक चिह्न को अपने साथ नहीं ले जाते?’
अंद्राबी ने कहा कि जिन लोगों को राष्ट्रीय प्रतीक के इस्तेमाल से समस्या है, उन्हें मस्जिद आते समय राष्ट्रीय प्रतीक वाले मुद्रा नोट नहीं ले जाने चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘जिस व्यक्ति (सादिक) ने ट्वीट किया है, क्या यह उनका काम है? क्या वह एक बार फिर राजनीति कर रहे हैं? नेता ने जो किया वह दुर्भाग्यपूर्ण है। वह नेता कहलाने के लायक नहीं हैं।’
अंद्राबी ने कहा कि वह जिस पार्टी (भाजपा) से जुड़ी हैं, वह वक्फ पर राजनीति नहीं करती।
वक्फ बोर्ड प्रमुख ने कहा कि आतंकवादी केवल जम्मू- कश्मीर के जंगलों में ही नहीं पाए जाते हैं। उन्होंने उन लोगों को भी आतंकवादी करार दिया, जिन्होंने प्रतीक चिह्न को हटाया।
उन्होंने कहा, ‘उन्हें ढूंढकर उन पर पीएसए (जन सुरक्षा कानून) के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए। वे यहां माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।’
अंद्राबी ने नवीनीकृत मस्जिद की उद्घाटन पट्टिका को तोड़ने में शामिल लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की। उन्होंने सादिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की भी मांग की।
भाषा
नोमान अविनाश
अविनाश