सिमडेगा में भीड़ द्वारा हत्या के मामले में तीन और गिरफ्तार |

सिमडेगा में भीड़ द्वारा हत्या के मामले में तीन और गिरफ्तार

सिमडेगा में भीड़ द्वारा हत्या के मामले में तीन और गिरफ्तार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:12 PM IST, Published Date : January 15, 2022/11:50 pm IST

सिमडेगा, 15 जनवरी (भाषा) झारखंड के सिमडेगा जिले में कोलेबिरा थानाक्षेत्र के बेसराजारा में भाजपा कार्यकर्ता संजू प्रधान को पीट-पीटकर अधमरा करने के बाद जिंदा जलाकर मार देने के मामले में पुलिस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस ने 13 नामजद आरोपियों में से अबतक 12 को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि भीड़ द्वारा चार जनवरी को की गयी इस नृशंस हत्या के मामले में शुक्रवार को तीन और नामजद आरोपियों नेलसन बूढ़, जीलन लुगुन एवं उदय समद को गिरफ्तार किया गया जिन्हें मिलाकर इस मामले में अबतक ग्राम प्रधान समेत कुल 12 नामजद आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके हैं।

इस नृशंस कांड में कुल 13 नामजद आरोपित थे जिनमें से मनसिद्ध बूढ़

को छोड़ सभी को पुलिस गिरफ्त में ले चुकी है।

पुलिस को मिली सूचना के अनुसार मनसिद्ध बूढ़ जिले के बाहर फरार हो गया है लेकिन पुलिस उसे भी गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है।

झारखंड के सिमडेगा जिले में कोलेबिरा थानाक्षेत्र के बेसराजरा गांव में गत चार जनवरी को उन्मादी भीड़ के द्वारा भाजपा कार्यकर्ता संजू प्रधान को जिंदा जलाकर मारने की घटना में शामिल कथित मास्टरमाइंड ग्राम प्रधान सुबन बूढ़ को पुलिस ने नौ जनवरी को गिरफ्तार किया था।

बेसराजरा में उन्मादी भीड़ द्वारा की गई हिंसा से पूर्व ग्राम प्रधान सुबन ने लोगों के साथ बैठक की थी । संजू के स्वजन के मुताबिक सुबन ने ही उसे घर से बाहर बुलाकर सर्वप्रथम पीटना प्रारंभ किया था। इसके बाद ही उग्र भीड़ ने पत्थरों तथा लाठी डंडे से पीटकर उसे अधमरा कर दिया था और फिर क्रूरता की सभी हदें पार करते हुए उसे जिंदा जला दिया था।

आरोप है कि पेड़ों की अवैध कटाई एवं तस्करी के कारण ही क्षेत्र के लोगों में आक्रोश था और उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया था।

पुलिस ने आरोपियों पर हत्या, मारपीट, दंगा-फसाद आदि से जुड़ी सुसंगत आपराधिक धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की थी। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से ही आरोपी पुलिस से बचने के लिए फरार चल रहे थे।

पुलिस ने घटना पर 13 नामजद समेत कुल 38 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

संजू प्रधान की पत्नी ने आरोप लगाया है कि जब उन्मादी भीड़ ने संजू को घेर कर पत्थरों एवं लाठियों से मारा तो वह वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों से लगातार उसे बचाने के लिए गिड़गिड़ाती रही लेकिन किसी पुलिसकर्मी ने उसकी कोई मदद नहीं की। उसने यह भी आरोप लगाया है कि उसके पति को जब जलाया गया तो वह अभी जिंदा ही था।

ज्ञातव्य है कि झारखंड विधानसभा द्वारा हाल में शीतकालीन सत्र में भीड़ द्वारा हत्या पर आजीवन कारावास तक की सख्त सजा का प्रावधान करने के बावजूद चार जनवरी को यहां सिमडेगा जिले के कोलेबिरा थाना क्षेत्र अंतर्गत बेसराजरा बाजार के समीप दिल दहला देने वाली यह घटना हुई।

लगभग 32 वर्षीय संजू घटनास्थल से महज 100 मीटर दूर बेसराजरा में ही घर बनाकर रह रहा था। वह मूलरूप से बंबलकेरा पंचायत के छपरीडीपा का रहने वाला था।

घटना के समय संजू की पत्नी और अन्य परिजन भी वहां से सिर्फ 100 मीटर की दूरी पर थे और उन लोगों ने भी बहुत गिड़गिड़ाया और भीड़ को रोकने का प्रयास किया लेकिन भीड़ नहीं मानी और देखते ही देखते उन्होंने संजू की बेरहमी से जान ले ली ।

इस मामले की सीबीआई से जांच की मांग करने के लिए संजू की पत्नी एवं अन्य परिजन हाल में राज्यपाल रमेश बैस से भी मिले थे।

भाषा, संवाद, इन्दु

राजकुमार

राजकुमार

 

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