कोलकाता, 21 जनवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष ने रविवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर 22 जनवरी को अयोध्या के राममंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन ‘संप्रीति रैली’ (सद्भाव रैली) आयोजित करके पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
घोष ने कहा कि शांतिप्रिय हिंदू टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी के उकसावे से प्रभावित नहीं होंगे। घोष ने आरोप लगाया कि टीएमसी और उसके पूर्ववर्ती असामाजिक तत्वों का समर्थन करके और दंगे भड़काकर 1946 से राज्य में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने के लिए जिम्मेदार रहे हैं।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हिंदू और अल्पसंख्यक समुदायों के सच्चे सदस्य हिंसा में लिप्त नहीं होंगे या सौहार्द बिगाड़ने के टीएमसी के प्रयासों से प्रभावित नहीं होंगे।
टीएमसी के वरिष्ठ सांसद सुदीप बंधोपाध्याय ने कहा कि भाजपा जितना अधिक मंदिर की राजनीति में शामिल होगी, लोग उतना ही अधिक उनकी कपटपूर्ण योजनाओं के बारे में जागरूक होंगे, जिससे उनके वोट प्रतिशत में कमी आएगी।
टीएमसी प्रवक्ता जॉय प्रकाश मजूमदार ने कहा कि पार्टी संविधान और बहुलवाद में विश्वास करती है और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रैली का उद्देश्य समाज को विभाजित करने की भाजपा की रणनीति का मुकाबला करना है।
भाषा अमित नरेश
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