Train destination alert
Train Destination Alarm: ऐसे तो ट्रेन की यात्रा का मजा तो दोगुना हो जाता है जब रात भर की सैर हो, लेकिन आधी रात या फिर सुबह जल्दी स्टॉपेज आने पर नींद लग जाना सबसे बड़ा डर होता है। अक्सर यात्री इसी डर की वजह से ठीक से सो नहीं पाते, यही सोचते हैं कि क्या होगा अगर अगला स्टेशन निकल गया? सामान, थकान और अनजान शहर में फंस जाना ये सोचकर ही रूह कांप जाती है। अच्छी खबर ये है कि इंडियन रेलवे ने आपके इस डर को दूर करने के लिए एक बेहतरीन समाधान निकला है। आईये आपको बताते हैं कि क्या है वो समाधान..
इंडियन रेलवे की ‘डेस्टिनेशन अलर्ट वेक-अप अलार्म’ सर्विस खासतौर पर नाइट जर्नी के लिए डिजाइन की गई है। जो आपको स्टेशन पहुंचने से 20-30 मिनट पहले वेक-अप कॉल और एसएमएस भेजती है। रेलवे स्टाफ आपको व्यक्तिगत रूप से जगाने का दायित्व नहीं लेता, लेकिन ये ऑटोमेटेड सिस्टम आपको समय पर जगा ज़रूर देगा। आइए, जानते हैं पूरी डिटेल्स.. क्या करें, कैसे काम करती है सर्विस, और कुछ स्मार्ट से टिप्स।
इंडियन रेलवे द्वारा इस सुविधा को काफी सरल बना दिया गया है। ये कोई नई बात नहीं, बल्कि 2022 से चल रही है और लाखों पैसेंजर्स ने इसका फायदा उठाया है। रेलवे के आधिकारिक हेल्पलाइन 139 के जरिए ये काम करता है। क्योंकि प्राइवेसी और सेफ्टी रूल्स को ध्यान में रख के स्टाफ आपको व्यक्तिगत रूप से जगाने के लिए बाध्य नहीं है, लेकिन ये सिस्टम 99% रिलायबल है। अगर ट्रेन लेट हो, तो अलर्ट भी उसके हिसाब से एडजस्ट हो जाता है। इसे एक्टिवेट करने के लिए हेल्पलाइन 139 पर कॉल करें। इसके बाद आपको अपनी लैंग्वेज / भाषा को चुनकर (*) दबाना होगा. इसके बाद आपको अपनी डिटेल्स जैसे कि पीएनआर नंबर, ट्रेन नंबर और डेस्टिनेशन की जानकारी देनी होगी, फिर सिस्टम उसे कन्फर्म करेगा। कॉल एंड होने पर आपको एसएमएस मिलेगा, और स्टेशन से 20-30 मिनट पहले कन्फर्मेशन कॉल और एसएमएस आएगा। ये सर्विस फ्री है और PNR से लिंक्ड मोबाइल पर ही आएगी।
इसके लिए आपको अपने मैसेज में ALERT टाइप करके 139 पर भेजना होगा. इसके बाद आपके चुने हुए डेस्टिनेशन के लिए एक अलार्म एक्टिवेट हो जाएगा.
डेस्टिनेशन एडल्ट सर्विस फ्री नहीं है लेकिन बहुत ही सस्ती है। कॉल के लिए नॉन मेट्रो शहर में ₹2 प्रति मिनट और मेट्रो शहर में ₹1.20 प्रति मिनट का चार्ज लगेगा। इसके अलावा एसएमएस के लिए ₹3 का फिक्स चार्ज है। ये टिप्स न सिर्फ स्टॉप मिस होने से बचाएंगे, बल्कि पूरी जर्नी को सेफ और कम्फर्टेबल बनाएंगे।