नई दिल्लीः Mann ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का आज प्रसारण हुआ। पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के आदिवासी क्षेत्र में महुआ के फूल से बनने वाले कुकीज का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मेरे प्यारे देशवासियो, ‘मन की बात’ में अब एक चटपटा सा, और अटपटा सा सवाल! आपने कभी फूलों की यात्रा के बारे में सोचा है! पेड़ पौधों से निकले कुछ फूलों की यात्रा मंदिरों तक होती है। कुछ फूल घर को सुंदर बनाते हैं, कुछ इत्र में घुलकर हर तरफ खुशबू फैलाते हैं। लेकिन आज मैं आपको फूलों की एक और यात्रा के बारे में बताऊंगा। आपने महुआ के फूलों के बारे में जरूर सुना होगा। हमारे गांवों और खासकर के आदिवासी समुदाय के लोग इसके महत्व के बारे में अच्छी तरह जानते हैं। देश के कई हिस्सों में महुआ के फूलों की यात्रा अब एक नए रास्ते पर निकल पड़ी है।
Mann ki Baat: पीएम मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में महुआ के फूल से cookies बनाए जा रहे हैं। राजाखोह गांव की चार बहनों के प्रयास से ये cookies बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं। इन महिलाओं का जज्बा देखकर एक बड़ी company ने इन्हें factory में काम करने की training दी। इनसे प्रेरित होकर गांव की कई महिलायें इनके साथ जुड़ गई हैं। इनके बनाए महुआ cookies की मांग तेजी से बढ़ रही है। तेलंगना के आदिलाबाद जिले में भी दो बहनों ने महुआ के फूलों से नया experiment किया है। वो इनसे तरह-तरह के पकवान बनाती हैं, जिन्हें लोग बहुत पसंद करते हैं। उनके पकवानों में आदिवासी संस्कृति की मिठास भी है।
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा, साथियो, जब परीक्षाएं आती हैं, तो युवा साथियों के साथ मैं ‘परीक्षा पे चर्चा’ करता हूं। अब परीक्षाएं हो चुकी हैं। बहुत सारे स्कूलों में तो दोबारा क्लास शुरू होने की तैयारी हो रही है। इसके बाद गर्मी की छुट्टियों का समय भी आने वाला है। साल के इस समय का बच्चों को बहुत इंतजार रहता है। मुझे तो अपने बचपन के दिन याद आ गए जब मैं और मेरे दोस्त दिनभर कुछ-ना-कुछ उत्पात मचाते रहते थे। मगर इनके साथ ही हम कुछ constructive भी करते थे, सीखते भी थे। यह समय किसी नई Hobby को अपनाने के साथ ही अपने हुनर को और तराशने का भी है | प्रधानमंत्री ने छात्रों के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित करने वालों से ‘माईहॉलिडेज’’ हैशटैग का उपयोग करने तथा छात्रों एवं अभिभावकों से ‘‘हॉलिडेमेमोरीज’’ हैशटैग के साथ अपने अनुभव साझा करने का आग्रह किया। मोदी ने अपने संबोधन में विभिन्न तरीकों से जल संरक्षण कर ‘कैच द रेन’ अभियान को आगे बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि इस तरह के कदमों से पिछले सात से आठ साल में 11 अरब घन मीटर से अधिक पानी बचाया गया है। उन्होंने लोगों से योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने का आग्रह करते हुए कहा कि यह भारत की ओर से मानवता के लिए एक अमूल्य उपहार है।