Bharuch Sachin Murder Mystery। Photo Credit: IBC24 File
Bharuch Sachin Murder Mystery: नई दिल्ली। गुजरात पुलिस ने एक दिल दहला देनी वाली हत्या का खुलासा किया है, जिसमें एक युवक ने अपने ही करीबी दोस्त की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इतना ही नहीं हत्या के बाद शव के 9 टुकड़े कर नाले में फेंक दिया। मिली जानकारी के मुताबिक, दोनों दोस्त उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे और वह गुजरात के भरूच स्थित एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे और दोनों के बीच गहरी दोस्ती थी।
9 टुकड़ों में मिली लाश
दरअसल, शहर के भोलाव इलाके में एक गंदा नाला है, उसी नाले के पास आवारा कुत्ते एक संदिग्ध पैकेट को नोच रहे थे। कुछ लोगों ने जब पास जाकर देखा तो सबके होश ही उड़ गए। उस पैकेट में कुछ और नहीं बल्कि एक कटा हुआ इंसानी सिर था। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस को सबसे पहले सिर मिला, फिर बांहे और फिर एक-एक कर चार दिनों तक पुलिस को टुकड़ों में पूरा इंसानी जिस्म मिले लगा और फिर लाश ने खुद पुलिस को एक ऐसा सबूत दे दिया, जिसकी वजह से पूरा मामला सिलसिलेवार तरीके से खुलकर सामने आ गया।
बांह में बना था सचिन नाम का टैटू
पुलिस को नाले से एक कटी हुई बांह मिली, जिस पर सचिन के नाम का टैटू बना हुआ था, जिससे ये बात तकरीबन साफ हुआ कि मरने वाले शख्स का नाम सचिन ही रहा होगा। पुलिस ने भरूच शहर के सभी 31 थानों से हाल के कुछ दिनों में गायब हुए तमाम लोगों की मिसिंग रिपोर्ट की लिस्ट निकाली और उनमें से 35 से 40 साल वाले एज ग्रुप के पुरुषों के बारे में जानकारी जुटाई जाने लगी। जांच में पता लगा कि, जिस दिन मृतक का कटा हुआ सिर पुलिस को मिला था, उसके ठीक एक दिन पहले शहर के सी डिविडन थाने में सचिन नाम के एक शख्स की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। इसके बाद पुलिस ने मिसिंग रिपोर्ट लिखवाने वाले शख्स को शव की पहचान के लिए बुलाया और टुकड़ों में बंटे उस इंसान की लाश दिखाई। ये देख पहचान करने वाला अपने होश खो बैठा।
मृतक के भाई संग गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाने पहुंचा था आरोपी
पुलिस ने सचिन के दोस्त और दुश्मनों के बारे में पता लगाया, जिसमें उन्हें शैलेंद्र का पता चला, जो 28 मार्च को सचिन के भाई मोहित चौहान के साथ सचिन की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाने पहुंचा था। लेकिन, जब पुलिस ने पूछताछ के लिए उसे ठूंटा तो वो शहर से फरार हो चुका था। इससे शक और गरहा हुआ और भरूच की पुलिस ने बिना देर किए यूपी पुलिस की मदद से यूपी के बिजनौर जिले में दबिश दी और वहां से सचिन के दोस्त शैलेंद्र को हिरासत में लिया। इसके बाद आरोपी से पूछताछ शुरू की गई। शैलेंद्र पहले तो झूठ बोलता रहा, लेकिन आखिर में उसने सचिन का कत्ल करने और उसकी लाश को 9 टुकड़ों में काट कर अलग-अलग जगहों पर फेंकने की बात कुबूल कर ली।
शैलेंद्र ने क्यों कि अपने दोस्त सचिन की हत्या?
बता दें कि मृतक बिजनौर के चांदपुर थाना क्षेत्र के हरपुर का रहने वाला था। वो बीते 15 सालों से भरूच की एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था। वहीं, हत्या का आरोपी शैलेंद्र नूरपुर के गांव जोगीपुर का रहने वाला बताया जा रहा है। आरोपी शैलेंद्र भरूच की ही एक अलग कंपनी में काम करता था। दोनों के बीच गहरी दोस्ती थी और दोनों एक ही कमरे में रहते थे। शैलेंद्र के मोबाइल फोन में अपनी बीवी के साथ उसकी कुछ प्राइवेट तस्वीरें थीं, जिन्हें सचिन ने धोखे से अपने मोबाइल फोन में फॉरवर्ड कर लिया। इसके बाद से वो शैलेंद्र को लगातार उसकी और उसकी बीवी की प्राइवेट तस्वीरों से ब्लैकमेल कर रहा था। शैलेंद्र काफी परेशान था, उसने छुटाकारा पाने के लिए सचिन कोमारने की प्लानिंग की।
24 मार्च की रात की सचिन की हत्या
आरोपी शैलेंद्र सचिन को 24 मार्च की रात अपने किराये के मकान पर पार्टी के लिए बुलाया। शराब पीने और फिर खाना खाने के बाद सचिन शैलेंद्र के मकान में ही सो गया। लेकिन, शैलेंद्र जग रहा था। शैलेंद्र ने मौके का फायदा उठाया और सचिन के फोन से अपनी और अपनी बीवी की तस्वीरें डिलीट करने लगा। लेकिन, इसी बीच सचिन की नींद खुल गई जिसके बाद दोनों में प्राइवेट तस्वीरों के लेकर खूब झगड़ा हुआ फिर क्या था, शैलेंद्र किचन से चाकू लेकर आया और सचिन पर ताबड़तोड़ वार करने लगा। जिससे सचिन ने दम तोड़ दिया। फिर लाश को ठिकाने लगाने के लिए वारदात के दूसरे दिन काम से लौटते वक्त काली पॉलीथिन और एक बड़ा सा चाकू लेकर आया, फिर सचिन की लाश के टुकड़े कर किस्तों में ठिकाने लगा दिया।