गुजरात के कुछ हिस्सों में बेमौसम बारिश, आईएमडी ने 31 अक्टूबर तक और वर्षा का अनुमान जताया

गुजरात के कुछ हिस्सों में बेमौसम बारिश, आईएमडी ने 31 अक्टूबर तक और वर्षा का अनुमान जताया

गुजरात के कुछ हिस्सों में बेमौसम बारिश, आईएमडी ने 31 अक्टूबर तक और वर्षा का अनुमान जताया
Modified Date: October 28, 2025 / 08:05 pm IST
Published Date: October 28, 2025 8:05 pm IST

अहमदाबाद, 28 अक्टूबर (भाषा) गुजरात के अमरेली, भावनगर, गिर सोमनाथ और खेड़ा जिलों सहित कई हिस्सों में मंगलवार को बेमौसम भारी बारिश जारी रही। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 31 अक्टूबर तक और वर्षा होने का अनुमान जताया है।

मौजूदा स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि किसानों का कल्याण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और वह प्रभावित लोगों को हर संभव मदद प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

अमरेली, भावनगर, गिर सोमनाथ और खेड़ा जिलों के कुछ हिस्सों में मंगलवार सुबह छह बजे तक 24 घंटों में बहुत भारी बारिश हुई जिससे नदियां उफान पर आ गईं और कई गांवों का संपर्क टूट गया।

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अमरेली और भावनगर सबसे बुरी तरह प्रभावित जिलों में से हैं। इस दौरान अमरेली के राजुला में 26 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार गिर सोमनाथ के तलाला तालुका और अहमदाबाद के बावला तालुका में सुबह छह बजे से शाम चार बजे के बीच 43 मिलीमीटर और 42 मिलीमीटर बारिश हुई।

आईएमडी ने 31 अक्टूबर तक राज्य में व्यापक बारिश का अनुमान लगाया है और इस दौरान अमरेली, भावनगर, गिर सोमनाथ, सूरत, नवसारी, जूनागढ़ और बोटाद सहित सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।

आपदा प्रबंधन राज्य मंत्री संजयसिंह महिदा ने अमरेली, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, भावनगर, भरूच, नर्मदा, नवसारी, वलसाड, डांग और तापी के जिलाधिकारियों के साथ डिजिटल माध्यम से समीक्षा बैठक की और उन्हें बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर सतर्क रहने की सलाह दी।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘किसानों का कल्याण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। बेमौसम बारिश की स्थिति में सरकार पूरी सहानुभूति के साथ अपने प्रदेशवासियों के साथ खड़ी है।’’

उनके अनुसार, मंत्रीगण स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के विभिन्न जिलों के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और सरकार प्रशासन के साथ प्रभावी समन्वय के माध्यम से किसानों की मदद के काम में तेजी ला रही है।

भाषा सुरभि प्रशांत

प्रशांत


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