नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (भाषा) अमेरिकी नागरिकों से 85 लाख अमेरिकी डॉलर की धोखाधड़ी करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध नेटवर्क का भंडाफोड़ करने में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के प्रयासों की सराहना करते हुए अमेरिका ने इसे दोनों देशों की साझेदारी का बेहतरीन उदाहरण बताया।
भारत में अमेरिकी दूतावास ने ‘एक्स’ पर पोस्ट एक संदेश में कहा, ‘मजबूत कानून प्रवर्तन सहयोग के बदौलत, दोनों देश अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।’
दूतावास ने कहा, ‘अमेरिका-भारत साझेदारी का एक बेहतरीन उदाहरण। एफबीआई के समन्वय से, सीबीआई ने एक अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध नेटवर्क का भंडाफोड़ किया, जिसने अमेरिकी नागरिकों से 85 लाख डॉलर की धोखाधड़ी की थी। सीबीआई ने नेटवर्क के सरगनाओं को गिरफ्तार किया और बड़ी मात्रा में अवैध धनराशि बरामद की।’
अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई से मिली सूचनाओं के आधार पर, सीबीआई की टीम ने पिछले सप्ताह नोएडा में कार्रवाई शुरू की, जहां छह संदिग्धों को अमेरिकी नागरिकों से ठगी के आरोप में पकड़ा गया। एजेंसी ने धोखाधड़ी के संबंध में शुभम सिंह, डाल्टनलियन, जॉर्ज टी ज़मलियनलाल, एल सेइमिनलेन हाओकिप, मंगखोलुन और रॉबर्ट थांगखानखुअल को गिरफ्तार किया।
अधिकारियों ने बताया कि टीम ने दिल्ली और कोलकाता में भी तलाशी अभियान चलाया, जिसके परिणामस्वरूप 1.88 करोड़ रुपये नकद, मोबाइल फोन, लैपटॉप, पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क सहित 34 इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और अपराध से संबंधित अन्य दस्तावेज जब्त किए गए।
वर्ष 2022 से 2025 तक, आरोपियों ने ड्रग एनफोर्समेंट एजेंसी (डीईए), एफबीआई और सोशल सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन (एसएसए) के नाम पर अमेरिकी नागरिकों को धमकी दी कि उनके सोशल सिक्योरिटी नंबर (एसएसएन) का इस्तेमाल धन शोधन और मादक पदार्थ की आपूर्ति के लिए किया गया है और उनकी सभी संपत्तियों को जब्त कर लिया जाएगा।
भाषा आशीष नरेश
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