CM Sashakt Behna Utsav Yojana: सशक्त महिलाओं ने CM धामी को सुनाई अपनी कामयाबी की कहानी.. किया महिला स्वयं सहायता समूहों का सम्मान

योजनाओं का लाभ उठाने का विवरण देते हुए अल्मोड़ा की सीमा कुमारी ने कहा, "राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाकर मैंने पिछले 5 वर्षों में 18 लाख रुपये की आय अर्जित की है।"

CM Sashakt Behna Utsav Yojana: सशक्त महिलाओं ने CM धामी को सुनाई अपनी कामयाबी की कहानी.. किया महिला स्वयं सहायता समूहों का सम्मान

CM Sashakt Behna Utsav Yojana in Hindi || IImage- ANI NEWS File

Modified Date: August 11, 2025 / 10:44 pm IST
Published Date: August 11, 2025 10:44 pm IST
HIGHLIGHTS
  • महिलाओं के लिए व्यवसाय, प्रशिक्षण और विपणन का विशेष समर्थन।
  • 68 हजार समूहों से जुड़ीं पांच लाख महिलाएं सशक्त।
  • 27 हजार स्टॉल्स से सात करोड़ रुपये की कमाई।

CM Sashakt Behna Utsav Yojana in Hindi: देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को अपने आवास पर मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना के तहत सराहनीय कार्य करने वाली महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को सम्मानित किया और उनसे बातचीत भी की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना का शुभंकर एवं लोगो लांच किया तथा हाउस ऑफ हिमालयाज के नये उत्पाद एवं वेबसाइट का उद्घाटन किया।

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महिलाओं के लिए केंद्र की योजनाओं को सराहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए किए गए उनके कार्यों की सराहना करते हुए सीएम धामी ने कहा कि, “संसद और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान, उज्ज्वला योजना और लखपति दीदी जैसी योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम किया गया है। जब एक महिला आर्थिक रूप से सशक्त होती है, तो वह पूरे समाज को सशक्त बनाने का काम करती है।”

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CM Sashakt Behna Utsav Yojana in Hindi: नारी शक्ति के कल्याण में सुधार के लिए राज्य सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “शिक्षा और स्वास्थ्य से लेकर उद्यमिता और नौकरियों तक राज्य की महिलाओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के प्रयास किए गए हैं। ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से राज्य की ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम किया जा रहा है। सशक्त बहना उत्सव योजना और मुख्यमंत्री महिला स्वयं सहायता समूह सशक्तिकरण योजना के माध्यम से महिलाओं को नए अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के तहत अगले तीन वर्षों में 15 हजार से अधिक उद्यमियों, स्वयं सहायता समूहों और लखपति दीदियों को इनक्यूबेशन सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इसके तहत उन्हें व्यवसाय कौशल प्रशिक्षण, कानूनी और लाइसेंसिंग सहायता, सह-कार्यशील स्थान, निवेश सहायता और स्थानीय से वैश्विक स्तर तक विपणन के लिए एक मजबूत नेटवर्क प्रदान किया जाएगा।”

49 ग्रोथ सेंटर स्थापित किए गए

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि वोकल फॉर लोकल और लोकल टू ग्लोबल की पहल के तहत लखपति दीदी के संकल्प को साकार करने और स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए हाउस ऑफ हिमालय का अम्ब्रेला ब्रांड बनाया गया है।
इसके तहत वर्तमान में 35 उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद लोगों तक पहुँचाए जा रहे हैं। जल्द ही, हाउस ऑफ हिमालया के उत्पादों का निर्यात दुनिया के अन्य देशों में भी किया जाएगा। धामी ने आगे बताया कि राज्य में 68 हज़ार स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से लगभग पाँच लाख महिलाओं ने अपना व्यवसाय स्थापित किया है।
उन्होंने कहा, “2023 में शुरू की गई मुख्यमंत्री सशक्त बहाना उत्सव योजना के माध्यम से हमारी बहनों ने विभिन्न आयोजनों में 27 हजार से अधिक स्टॉल लगाकर 7 करोड़ रुपये से अधिक के उत्पाद बेचे हैं। प्रदेश की 1 लाख 63 हजार से अधिक बहनें लखपति बनी हैं। महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों के प्रसंस्करण एवं विपणन के लिए 49 ग्रोथ सेंटर स्थापित किए गए हैं। इन उत्पादों के प्रभावी विपणन के लिए 13 जिलों में 33 नैनो पैकेजिंग इकाइयां, 17 सरस केंद्र, तीन राज्य स्तरीय विपणन केंद्र और 8 बेकरी इकाइयां भी संचालित की जा रही हैं।”

महिलाओं ने बताये अपने अनुभव

CM Sashakt Behna Utsav Yojana in Hindi: केंद्र सरकार की एक स्टेशन, एक उत्पाद योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री के लिए देहरादून और हरिद्वार रेलवे स्टेशनों पर विशेष केंद्र स्थापित किए गए हैं।

योजनाओं का लाभ उठाने का विवरण देते हुए अल्मोड़ा की सीमा कुमारी ने कहा, “राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाकर मैंने पिछले 5 वर्षों में 18 लाख रुपये की आय अर्जित की है।”

बागेश्वर की दया दानू ने कहा, “मेरे साथ 400 महिलाएं स्वरोजगार से जुड़ी हैं और हम सबने मिलकर एक साल में एक करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है।”

चंपावत की हेमा उपाध्याय ने बताया कि वे एग्रो टूरिज्म पर काम कर रही थीं और पॉली हाउस व होमस्टे के ज़रिए हर साल 4 लाख रुपये कमा रही थीं। कोरोना के दौरान उन्होंने अपने पति के साथ रिवर्स माइग्रेशन भी किया।

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CM Sashakt Behna Utsav Yojana in Hindi: चमोली की रेखा नेगी ने बताया कि स्टॉल के माध्यम से उन्हें स्थानीय उत्पादों पर अच्छी आय हो रही है।

देहरादून निवासी किरण राणा ने बताया कि, “मैं मशरूम उत्पादन का काम कर रही हूं और आज मेरे साथ 34 महिलाएं काम कर रही हैं।”

हरिद्वार की छवि ने बताया कि उन्होंने रेस्टोरेंट के लिए 10 लाख रुपये का लोन लिया था, जिस पर उन्हें 6 लाख रुपये की सब्सिडी मिली।

नैनीताल की किरण जोशी ने कहा, “मैंने रेशम का जो कारोबार किया, उससे नौ महीने में 8 लाख रुपये की कमाई हुई।”


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

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