दीमापुर, 27 अगस्त (भाषा) नगालैंड प्रदेश कांग्रेस समिति (एनपीसीसी) ने नागरिकों के मताधिकार पर कथित हमले को लेकर जनजागरुकता के उददेश्य से बुधवार को दीमापुर में ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ का नारा देते हुए रैली आयोजित की।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के नगालैंड प्रभारी एवं सांसद सप्तगिरि शंकर उलाका ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि लोग अगर संविधान की रक्षा करने में विफल रहे तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार संविधान में निहित सभी अधिकारों और विशेषाधिकारों को छीन लेगी।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘वे (भाजपा) संविधान में विश्वास नहीं रखते हैं।’’
उलाका ने दावा किया कि कांग्रेस के पास 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान 70-80 लोकसभा सीट पर चुनावी हेरफेर के ‘पक्के सबूत’ हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास शासन करने के लिए वास्तविक जनादेश नहीं है।
उलाका ने दावा किया, ‘‘उनके पास जनादेश नहीं था, लेकिन निर्वाचन आयोग और ‘वोट चोरी’ की वजह से भाजपा कुछ सीट जीतने में कामयाब रही। वरना मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनते।’’
उन्होंने कहा कि यह संघर्ष फिलहाल राजनीतिक है, लेकिन अंत तक यह एक जनांदोलन में बदल जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘पहले चरण में हमने संसद में लड़ाई लड़ी और अब हम इसे सड़कों पर ले जा रहे हैं। हमारी लड़ाई केवल मीडिया तक ही सीमित नहीं है, बल्कि संविधान की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए जमीनी स्तर पर भी है।’’
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा चलन नहीं रोका गया तो ‘वे नगालैंड समेत पूरे देश में सड़कों पर उतरेंगे।’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने पार्टी कार्यकर्ताओं का पुनर्गठन कर रही है और घोषणा की कि राहुल गांधी जल्द ही राज्य का दौरा करेंगे।
कांग्रेस के नगालैंड प्रभारी सचिव क्रिस्टोफर तिलक ने भी भाजपा पर प्रमुख संस्थानों में ‘आरएसएस-प्रशिक्षित लोगों’ को रखकर संविधान के मूल्यों को लगातार नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।
एनपीसीसी अध्यक्ष एवं सांसद सुपोंगमेरेन जमीर ने कहा कि संविधान प्रत्येक नागरिक को वोट देने का अधिकार देता है, लेकिन वर्तमान शासन में यह अधिकार खतरे में है।
भाषा यासिर पवनेश
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