बेंगलुरु, 21 अगस्त (भाषा) कर्नाटक में कथित अवैध खनन पट्टा मामले की जांच को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है।
लोकायुक्त के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने एक बार फिर राज्यपाल को एक प्रस्ताव सौंपा है, जिसमें कथित अवैध खनन पट्टा मामले में केंद्रीय मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी के खिलाफ अभियोजन की अनुमति मांगी गई है।
सिद्धरमैया ने बुधवार को कोप्पल जिले के गनीगेरा में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने कहीं भी यह नहीं कहा है कि इस मामले में कुमारस्वामी को गिरफ्तार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कुमारस्वामी को लेकर कहा, ‘‘अगर उन्हें गिरफ्तार करने की कोई परिस्थिति (मामले से जुड़ी) है, तो हम बिना किसी हिचकिचाहट के उन्हें गिरफ्तार करेंगे। अभी ऐसी परिस्थिति नहीं है। उन्हें अब डर है कि राज्यपाल थावरचंद गहलोत मंजूरी दे देंगे। अगर वह डरे हुए नहीं होते तो आज उन्होंने संवाददाता सम्मेलन नहीं किया होता।’’
इसे लेकर कुमारस्वामी ने मुख्यमंत्री पर पलटवार करते हुए यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे गिरफ्तार करने के लिए 100 सिद्धरमैया को आना होगा। क्या आपको ऐसा लगता है कि मैं डरा हुआ हूं?’’
मुख्यमंत्री ने कुमारस्वामी के इस बयान को लेकर कहा, ‘‘100 सिद्धरमैया नहीं…पुलिस ही कुमारस्वामी को गिरफ्तार कर सकती है…मैं नहीं…एक सिपाही ही उन्हें गिरफ्तार करने के लिए काफी है। अगर 100 सिद्धरमैया भी आ जाएं तो भी गिरफ्तारी नहीं हो सकती। मैं गिरफ्तार नहीं कर रहा…गिरफ्तारी पुलिस करती है।’’
एसआईटी ने पिछले साल नवंबर में, केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री कुमारस्वामी पर मुकदमा चलाने के लिए गहलोत से अनुमति मांगी थी। आरोप है कि कुमारस्वामी ने 2007 में राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर ‘श्री साई वेंकटेश्वर मिनरल्स’ को कथित तौर पर कानून का उल्लंघन करके खनन पट्टा दिया था।
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