(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, 16 अगस्त (भाषा) मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने शुक्रवार को कहा कि निर्वाचन आयोग (ईसी) ने जम्मू कश्मीर में कम अवधि में
मतदान कराने का अपना वादा निभाया है।
आयोग ने शुक्रवार को घोषणा की कि जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। वहां लोकसभा चुनाव पांच चरणों में कराए गए थे।
जम्मू कश्मीर में पिछले विधानसभा चुनाव के तहत पांच चरणों में मतदान कराए गए थे, जब लद्दाख उसका हिस्सा था।
कुमार ने जम्मू कश्मीर और हरियाणा के विधानसभा चुनावों के तारीखों की घोषणा के लिए यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि लोकसभा चुनाव के मतों की गिनती से एक दिन पहले तीन जून को आयोग ने वादा किया था कि वह कम समय में चुनाव करायेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘उस वादे को सच्चे मायने में पूरा करते हुए हम यथासंभव अनुकूल माहौल में चुनाव कार्यक्रम पेश कर रहे हैं…।’’
लोकसभा चुनाव गर्मियों में सात चरणों में कराये गये थे और कई राजनीतिक दलों ने लंबी चुनाव प्रक्रिया को लेकर आयोग की निंदा की थी।
कुमार ने कहा कि जम्मू कश्मीर में 30 सितंबर तक लोकतांत्रिक प्रक्रिया पूरी कर लेने के उच्चतम न्यायालय के निर्देश की पृष्ठभूमि में इस केंद्रशासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव ‘निश्चित समयावधि में’ कराये जा रहे हैं तथा उसे समय से पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि चार जून को संसदीय चुनाव की मतगणना पूरी हो जाने के बाद आयोग ने 19 अगस्त तक अमरनाथ यात्रा के संपन्न होने का इंतजार किया।
जम्मू कश्मीर में पहले चरण के चुनाव के लिए अमरनाथ यात्रा संपन्न होने के अगले दिन 20 अगस्त को अधिसूचना जारी की जाएगी।
कुमार ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने चुनाव कार्यक्रम तय करने के समय इस केंद्रशासित प्रदेश के मौसम का भी ध्यान रखा।
आखिरी चरण का मतदान एक अक्टूबर को होगा और मतगणना चार अक्टूबर को होगी।
कुमार ने चुनावों के दौरान मादक पदार्थों के खतरे को स्वीकार किया और कहा कि इस मुद्दे पर व्यापक पैमाने पर ध्यान देने और कार्रवाई की आवश्यकता है।
एक सवाल का जवाब देते हुए कुमार ने मिजोरम, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर सहित विभिन्न राज्यों में मादक पदार्थों की समस्या की गंभीरता पर प्रकाश डाला।
पिछले साल का जिक्र करते हुए कुमार ने कहा कि आयोग ने 2023 में 11 विधानसभा चुनावों के दौरान नशे से जुड़ी गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए।
उन्होंने कहा, ‘‘सभी चुनावों में हमने इस मुद्दे पर विशेष ध्यान दिया और मादक पदार्थों पर नियंत्रण किया गया।’’
भाषा
राजकुमार अविनाश
अविनाश