Publish Date - February 26, 2025 / 12:26 PM IST,
Updated On - February 26, 2025 / 12:26 PM IST
Kedarnath Yatra 2025 | Source : IBC24 File Photo
HIGHLIGHTS
केदारनाथ मंदिर, भारत के उत्तराखंड राज्य के सुंदर शहर केदारनाथ में स्थित है।
यहाँ भगवान शिव को समर्पित एक बहुत ही प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर है।
इस वर्ष 2 मई से केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू होगी।
Kedarnath Yatra 2025: केदारनाथ मंदिर, भारत के उत्तराखंड राज्य के सुंदर शहर केदारनाथ में स्थित है। यहाँ भगवान शिव को समर्पित एक बहुत ही प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर की भारतीय पौराणिक कथाओं में बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका है, और हर साल बहुत से लोग यहाँ आते हैं। केदारनाथ धाम में स्थापित ज्योतिर्लिंग 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक और पंच केदार में प्रमुख स्थान रखते हैं। हर साल शीतकाल में भारी बर्फबारी के कारण छह महीने के लिए बंद कर दिया जाता है। इस दौरान पूजा-अर्चना ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में संपन्न होती है।
उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर घोषित कर दी गई है। इस वर्ष 2 मई से केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू होगी। शुभ मुहुर्त में केदारनाथ धाम का कपाट खोला जाएगा। इसके साथ ही विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा भी शुरू हो जाएगी।
महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर बाबा केदार के कपाट खुलने का दिन तय किया गया। पुजारियों और विद्वानों की मौजूदगी में पूरा कार्यक्रम तय किया गया। निर्धारित तिथि के अनुसार, 27 अप्रैल को ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ में भैरव पूजा का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद बाबा केदार की डोली धाम के लिए प्रस्थान करेगी। बाबा केदार की डोली 28 अप्रैल को गुप्तकाशी, 29 अप्रैल को फाटा, 30 अप्रैल को गौरीकुंड पहुंचेगी। 1 मई को बाबा की डोली केदारनाथ पहुंचेगी। 2 मई को सुबह 7 बजे केदारनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे।
केदारनाथ यात्रा 2025 की शुरुआत 2 मई से होगी। इस दिन केदारनाथ धाम के कपाट सुबह 7 बजे खोले जाएंगे।
केदारनाथ यात्रा के दौरान कब यात्रा शुरू होती है?
केदारनाथ यात्रा का शुभारंभ महाशिवरात्रि के दिन 2 मई 2025 को होगा। इसके बाद बाबा केदार की डोली विभिन्न स्थानों से होते हुए केदारनाथ धाम पहुंचेगी।
क्या केदारनाथ मंदिर शीतकाल में बंद हो जाता है?
हां, हर साल शीतकाल में भारी बर्फबारी के कारण केदारनाथ मंदिर को छह महीने के लिए बंद कर दिया जाता है। इस दौरान पूजा ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में होती है।
केदारनाथ धाम पहुंचने के लिए कौन से प्रमुख मार्ग हैं?
केदारनाथ धाम तक पहुंचने के लिए प्रमुख मार्ग गौरीकुंड से होते हुए पैदल यात्रा करनी होती है, जिसे यात्रा के दौरान "पिट्ठू" या घोड़े की मदद से पूरा किया जा सकता है।
केदारनाथ यात्रा के लिए आवश्यक कुछ तैयारी क्या होनी चाहिए?
यात्रा पर जाने से पहले स्वास्थ्य का ध्यान रखें, क्योंकि यात्रा शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकती है। उचित कपड़े, जूते, और यात्रा से पहले मेडिकल चेकअप करवाना आवश्यक है।