Kerala Foreign Secretary
Kerala Foreign Secretary: नई दिल्ली। देश में इन दिनों IAS, IPS के अधिकारी चर्चा का विषय बने हुए हैं। कोई अपने नेक काम के चलते तो कोई अपनी अजीबोगरीब हरकतों से सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे हैं। हाल ही में चर्चा में आई पूजा खेडकर के बाद अब एक और महिला आईएएस को लेकर जोरदार चर्चा हो रही है। हालांकि, यह महिला अधिकारी न तो पूजा की तरह ट्रेनी हैं और नहीं उनकी तरह किसी विवादों में घिरी हैं, बल्कि उनका मामला नियुक्ति से संबंधित हैं, जिसको लेकर दो राजनीतिक दलों में घमासान मचा हुआ है। इस महिला को लेकर एक तरफ जहां एक राजनीतिक दल उनकी नियुक्ति को सही ठहरा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ दूसरी पार्टी इसे अपनी सरकार के अधिकारों में अतिक्रमण मान रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने उठाए सवाल
बता दें कि केरल की पिनाराई विजयन की अगुवाई वाली सरकार ने आईएएस अधिकारी के. वासुकी को राज्य में विदेश सचिव नियुक्त किया है, जिसे लेकर भाजपा ने विजयन सरकार को घेरा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेन्द्रन ने IAS अधिकारी के वासुकी की नियुक्ति को लेकर केरल सरकार की आलोचना करते हुए इसे सरासर अतिक्रमण बताया है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि यह संविधान की संघ सूची का उल्लंघन है।
के. सुरेन्द्रन ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन द्वारा एक आईएएस अधिकारी को विदेश सचिव के रूप में नियुक्त करना हमारे संविधान की संघीय सूची का घोर उल्लंघन है। प्रदेश अध्यक्ष ने इसे असंवैधानिक करार देते हुए सीएम से यह तक सवाल कर दिया कि क्या वह केरल को एक अलग देश के रूप में स्थापित करना चाहते हैं। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि LDF सरकार के पास विदेशी मामलों में कोई अधिकार नहीं है।
प्रदेश सरकार का आदेश
दरअसल, केरल सरकार ने केरल कैडर की IAS अधिकारी व श्रम एवं कौशल विभाग की सचिव के. वासुकी (IAS K. Vasuki) को बाह्य सहयोग से जुड़े मामलों का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। इस संबंध में संयुक्त सचिव मणिकांतन की ओर से एक आदेश जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि IAS (केएल 2008) सचिव श्रम व कौशल विभाग बाह्य सहयोग से जुड़े मामलों का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगी। अधिकारी मौजूदा प्रभार के अलावा इस संबंध में और इसके साथ सम्बद्ध सभी मामलों का समन्वय व पर्यवेक्षण करेंगे। आदेश में यह भी कहा गया कि वासुकी विदेश मंत्रालय, मिशनों और दूतावासों के साथ संपर्क बनाए रखेंगे।
कौन हैं IAS के. वासुकी
बता दें कि डॉ. के. वासुकी केरल कैडर की IAS अधिकारी हैं, उन्होंने वर्ष 2008 में 97वीं रैंक के साथ यूपीएससी परीक्षा पास की थी। पहले उन्हें मध्य प्रदेश कैडर आवंटित हुआ था, लेकिन वर्ष 2011 बैच के केरल कैडर के आईएएस से शादी के बाद उन्हें करेल कैडर अलॉट किया गया। UPSC की परीक्षा देने से पहले उन्होंने डॉक्टरी की पढ़ाई की और सरकारी अस्पताल में काम करती थीं। इसी दौरान उन्होंने UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू की। वासुकी ने लड़कियों के साथ होने वाले भेदभाव व छेड़छाड़ के खिलाफ आवाज उठाई। वह ग्रीन प्रोटोकॉल लागू करने को लेकर भी काफी चर्चा में रहीं हैं।
क्यो मचा हंगामा
के वासुकी की नियुक्ति को लेकर इतना हंगामा इसलिए मच रहा है, क्योंकि भारत का विदेश सचिव देश का सबसे बड़ा राजनयिक होता है और वही केंद्र सरकार के विदेश मंत्रालय का प्रशासनिक प्रमुख भी होता है। आमतौर पर यह पद किसी IAS की बजाय IFS के पास ही होता है। इधर केरल के मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया है कि केरल सरकार के साथ दूसरे देशों के दूतावास व एजेंसियां संपर्क में रहती हैं और ऐसा केवल केरल सरकार के साथ ही नहीं, बल्कि दूसरे राज्यों की सरकारों के साथ भी होता है।