फिल्म ‘दंगल’ ने चीन में कमाई का आंकड़ा किया 1000 के पार

फिल्म 'दंगल' ने चीन में कमाई का आंकड़ा किया 1000 के पार

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  • Publish Date - December 4, 2022 / 10:33 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:26 PM IST

बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट यानी अमिर खान की फिल्म दंगल ने चीन में अपनी कमाई आंकड़ा 1000 रुपये पार कर चुकी है. फिल्म दंगल वहां ऐसी पहली गैर हॉलीवुड फिल्म बनी जिसकी कुल कमाई रविवार तक 872 करोड़ रूपये पहुंच चुकी थी. यह चीन के फिल्म इतिहास में एक अरब युआन कमाने वाली 33वीं फिल्म बन गई है. भारतीय करंसी में यह राशि लगभग 1000 करोड़ रुपये है.

आमिर खान और डायरेक्‍टर नितेश तिवारी की फिल्म ‘दंगल’ ने भारत में तो कमाई का अंबार लगा ही दिया था और अब इस फिल्‍म ने चीन में भी धूम मचा रखी है. लेकिन इस फिल्‍म ने मंगलवार को जो किया वह खुद आमिर के लिए भी आश्‍चर्यजनक होगा. ‘दंगल’ ने चीन में इतिहास रच दिया है. यह फिल्म वहां ऐसी पहली गैर हॉलीवुड फिल्म बनी जिसकी कुल कमाई रविवार तक 872 करोड़ रूपये पहुंच चुकी थी.

यह चीन के फिल्म इतिहास में एक अरब युआन कमाने वाली 33वीं फिल्म बन गई है. भारतीय करंसी में यह राशि लगभग 1000 करोड़ रुपये है. चीन में लोकप्रिय टिकट वेबसाइट माओयान जो देश के ज्यादातर थियेटरों से जुड़ी हुई है, उसके मुताबिक ‘दंगल’ की कुल कमाई एक अरब युआन से भी ज्यादा हो गई है और इसके साथ ही यह चीन के सिनेमाई इतिहास के महज 32 फिल्मों के विशिष्ट क्लब में शामिल हो गई है.

न्‍यूज एजेंसी भाषा के अनुसार चीन में भारतीय फिल्मों का प्रचार करने वाली चीन की कंपनी स्ट्रेटेजिक अलायंस में साझेदार प्रसाद शेट्टी ने कहा, ‘किसी भी भारतीय फिल्म के लिए यह सफलता अभूतपूर्व है.’ ‘दंगल’ चीन में पांच मई को रिलीज होने के बाद से अच्‍छी कमाई कर रही है और फिल्‍म को वहां काफी प्रशंसा मिल रही है. ट्रेड एनलिस्‍ट तरण आदर्श ने भी दंगल की कमाई के बारे में ट्वीट किया है.

चीन में ‘दंगल’ के इस जबरदस्‍त प्रदर्शन ने आमिर खान को चौंका दिया है. आमिर ने अपनी फिल्‍म की इस सफलता पर कहा कि इससे एक बार फिर उनका इस बात में भरोसा बढ़ा है कि भाषा और संस्कृति अच्छी कहानी के आड़े नहीं आती. आमिर ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘चीन में फिल्म के कारोबार ने हमें वास्तव में चौंका दिया. हमें उम्मीद थी कि चीन में फिल्म पसंद की जायेगी लेकिन हमने कभी इस (सफलता) का सपना नहीं देखा था. मैं हमेशा मानता हूं कि जब रचनात्मक प्रयास की बात होती है तब भाषा कोई अवरोध नहीं है और चीन में इसकी सफलता ने यह साबित कर दिया है.’