इस राज्य में बैन हुआ ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म, सरकार ने बताई ये बड़ी वजह

West Bengal government announces ban on film 'The Kerala Story'

इस राज्य में बैन हुआ ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म, सरकार ने बताई ये बड़ी वजह

Ban on 'The Kerala Story' News

Modified Date: May 8, 2023 / 06:04 pm IST
Published Date: May 8, 2023 6:04 pm IST

नई दिल्लीः West Bengal govt ban on film ‘The Kerala Story’ ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म को लेकर देश भर में बवाल मचा हुआ है। इसी बीच अब इस फिल्म को लेकर पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने इसे प्रदेश में बैन करने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है।

Read More : Singrauli news: बीच जंगल में इस हाल में मिले ननद और भाभी, देखकर दंग रह गए ग्रामीण 

West Bengal govt ban on film ‘The Kerala Story’ ममता बनर्जी ने बीजेपी पर बड़ा इल्जाम भी लगाया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार मनगढ़ंत और गलत कहानी वाली बंगाल फाइल्स बनाने के लिए फिल्मकारों को पैसे दे रही है। उन्होंने इल्जाम लगाते हुए कहा है कि बीजेपी, ‘द केरल स्टोरी’ नाम की फिल्म दिखा रही हैं, जिसकी कहानी मनगढ़ंत है। कुछ दिनों पहले इनके भेजे एक्टर्स बंगाल आए थे और वो मनगढ़ंत और गलत कहानी वाली फिल्म बंगाल फाइल्स की तैयारी कर रहे हैं।

 ⁠

Read More : पुलिस विभाग में 5421 अभ्यर्थियों की नियुक्ति, इस दिन से होगी ज्वाइनिंग, डीजीपी ने खुद दी ये जानकारी 

अनुराग ठाकुर ने कही ये बात

West Bengal govt ban on film ‘The Kerala Story’ वहीं इस पूरे मामले में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का कहना है कि पश्चिम बंगाल जैसा राज्य फिल्म को बैन करके ऐसा अन्याय कर रहा है। ममता बनर्जी के राज्य की एक बच्ची की हत्या हुई। जिस तरह से बेटी को घसीट कर ले जाते हैं, वह दृश्य शर्मसार करने वाला है। आप उस पर तो जवाब नहीं देतीं, लेकिन फिल्म को बैन करने का ऐसा काम करते हैं। क्या मिल रहा है आपको ऐसे आतंकवादी संगठनों के साथ खड़े होकर? क्या मिलता है ऐसी सोच को बढ़ावा देकर?

 


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।