Etawah Yadav Kathavachak: ‘जात-पात की करो विदाई, हम सब हिंदू भाई-भाई’…इटावा कथावाचक से हुए दुर्व्यवहार पर बोले धीरेंद्र शास्त्री, कहा-‘इसमें कुछ गलत नहीं’

Etawah Yadav Kathavachak: 'जात-पात की करो विदाई, हम सब हिंदू भाई-भाई'...इटावा कथावाचक से हुए दुर्व्यवहार पर बोले धीरेंद्र शास्त्री, कहा-'इसमें कुछ गलत नहीं'

  •  
  • Publish Date - June 28, 2025 / 03:46 PM IST,
    Updated On - June 28, 2025 / 03:46 PM IST

Etawah Yadav Kathavachak/ Imagea Credit: IBC24

HIGHLIGHTS
  • यादव कथावाचक के साथ हुए दुर्व्यवहार पर बोले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री।
  • कहा-हमें नहीं लगता इसमें कुछ गलत है।
  • अगर उसने अपराध किया है तो कानून की मदद लें- पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री।

मुंबई। Etawah Yadav Kathavachak: बीते दिनों उत्तर प्रदेश के इटावा में 21 जून को कथावाचक के साथ हुए दुर्व्यवहार का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर कोई इसकी निंदा कर रहा है। वहीं इस बीच मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने इसकी निंदा की है।

Read More: ‘Cow’s brain in biology class: जीव विज्ञान पढ़ाने कक्षा में ले आया ‘गाय का मष्तिष्क!’.. भारी विरोध के बाद स्कूल ने किया बायो के टीचर को सस्पेंड

बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सोशल मीडिया में एक वीडियो जारी कर कहा कि, वेदव्यास, महर्षि वाल्मीकि, मीरा, सूरदास, कबीरदास, इन सभी ने भगवान की चर्चा की। इनकी न जाति पूछी गई और न पता पूछा गया। इनकी वीणी ही इनकी पहचान बनी। भगवान का नाम ही इनकी पहचान बना। कौआ कर्कश बोलता है, लेकिन रामचरिमानस में कालभुशुंडी महाराज की महिमा है।

Read More: Bilaspur Road Accident News: तेज रफ़्तार मालवाहक ने बाइक सवार को मारी टक्कर, एक युवक की मौत, दूसरे की हालत गंभीर

Etawah Yadav Kathavachak: इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, ‘जात-पात की करो विदाई, हम सब हिंदू भाई-भाई’, भगवान का नाम जपने का हक सबको है। जातिवाद से ऊपर उठकर हिंदू राष्ट्र बनाना होगा। भगवान की कथा, भगवत चर्चा, सत्संग सनातन का प्रचार किसी भी जाति विशेष का नहीं है। अगर भारत को हिंदूराष्ट्र बनाना है, तो क्या ऐसे बन पाएगा? नहीं हो सकता।उन्होंने कहा कि, भगवान के नाम का गायन कोई भी कर सकता है। हमें नहीं लगता इसमें कुछ गलत है अगर उसने अपराध किया है तो कानून की मदद लें, खुद न्याय पालिका नहीं बनना चाहिए। साथ ही कहा कि, जाति के आधार पर अपनी रोटियां सेंकने वाले नेताओं को मुंहतोड़ जवाब मिलना चाहिए।