Ghulam Nabi Azad on pahalgam terrorist attack: गुलाम नबी आज़ाद ने कहा आज शोक में है पूरा जम्मू-कश्मीर, आतंकवादियों के खिलाफ बोल रहे मस्जिदों के इमाम |

Ghulam Nabi Azad on pahalgam terrorist attack: गुलाम नबी आज़ाद ने कहा आज शोक में है पूरा जम्मू-कश्मीर, आतंकवादियों के खिलाफ बोल रहे मस्जिदों के इमाम

Ghulam Nabi Azad on pahalgam terrorist attack: गुलाम नबी आज़ाद ने कहा, है कि " इस घटना की जितनी निंदा, विरोध किया जाए वो कम है...पहले लोग ऐसी घटनाओं की निंदा कम ही करते थे।

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Modified Date: April 23, 2025 / 07:03 PM IST
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Published Date: April 23, 2025 7:01 pm IST
HIGHLIGHTS
  • जम्मू-कश्मीर का हर गांव, जिला और शहर बंद
  • पूरा हिंदुस्तान इस घटना की निंदा कर रहा

श्रीनगर: Ghulam Nabi Azad on pahalgam terrorist attack, जम्मू-कश्मीर में डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आज़ाद ने कहा, है कि ” इस घटना की जितनी निंदा, विरोध किया जाए वो कम है…पहले लोग ऐसी घटनाओं की निंदा कम ही करते थे। शायद इसलिए क्योंकि उन्हें डर था कि अगर वे आतंकवादियों के खिलाफ बोलेंगे तो उनकी जान को खतरा हो सकता है। लेकिन आज पूरा हिंदुस्तान इस घटना की निंदा कर रहा है। पूरा जम्मू-कश्मीर शोक में है, ये मैं पहली बार देख रहा हूं, कल हुई घटना के जवाब में जम्मू-कश्मीर का हर गांव, जिला और शहर बंद है। यह पहली बार है जब मैं देख रहा हूं कि मस्जिदों में सभी इमाम आतंकवादियों के खिलाफ बोल रहे हैं।”

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इसके अलावा महाराष्ट्र में अखिल भारतीय सुन्नी जमीयतुल उलमा के सदस्यों ने मुंबई में #पहलगाम आतंकवादी हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने आतंकियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले से पूरे देश में गुस्सा है, लोग इस हमले की निंदा कर रहे हैं।

आतंकियों को ऐसा जवाब देंगे कि पूरी दुनिया देखेगी: राजनाथ सिंह

पहलगाम हमले पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का भी बड़ा बयान सामने आया है। रक्षामंत्री ने कहा कि यहाँ मैं, भारत के दृढ़ संकल्प को दोहराना चाहूँगा, कि terrorism, के ख़िलाफ़ हमारी zero tolerance की policy है। भारत का एक-एक नागरिक, इस कायरतापूर्ण हरकत के ख़िलाफ़ एकजुट है। मैं इस मंच से, देशवासियों को आश्वस्त करता हूँ, कि घटना के मद्देनज़र भारत सरकार हर वो कदम उठाएगी, जो ज़रूरी और उपयुक्त होगा। और हम सिर्फ़ उन्हीं लोगों तक नहीं पहुँचेंगे, जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया हैI हम उन तक भी पहुँचेंगे, जिन्होंने परदे के पीछे बैठकर, हिंदुस्तान की सरजमीं पर ऐसी नापाक हरकतों की साजिशें रची है।

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कल पहलगाम में, धर्म को निशाना बनाते हुए, आतंकवादियों द्वारा किए गए कायरतापूर्ण हमले में, हमारे देश ने अनेक निर्दोष नागरिकों को खोया है। इस घोर अमानवीय कृत्य ने, हम सभी को गहरे शोक और दर्द में डुबो दिया है। सबसे पहले मैं, उन सभी परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। इस दुखद समय में, दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए, मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ।

भारत एक इतनी पुरानी सभ्यता, और इतना बड़ा देश है, जिसको ऐसी किसी भी आतंकी गतिविधियों से डराया नहीं जा सकता। ऐसी हरकतों का जवाब, इसके ज़िम्मेदार लोगों को, आने वाले कुछ ही समय में ज़ोरदार तरीक़े से नज़र आएगा।

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जम्मू-कश्मीर में यह घटना क्या है जिसकी निंदा की जा रही है?

यह घटना एक हालिया आतंकी हमले से जुड़ी है, जिसमें निर्दोष लोगों को निशाना बनाया गया। इस हमले के बाद पूरे जम्मू-कश्मीर में शोक का माहौल है और आम जनता, राजनेता, और धार्मिक नेता इसकी निंदा कर रहे हैं।

गुलाम नबी आज़ाद ने मस्जिदों के इमामों के बारे में क्या कहा?

उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब मस्जिदों के इमाम खुलकर आतंकवादियों के खिलाफ बोल रहे हैं। पहले लोग डर की वजह से चुप रहते थे, लेकिन अब समाज में खुलापन और एकजुटता दिखाई दे रही है।

क्या यह प्रतिक्रिया जम्मू-कश्मीर में एक नए सामाजिक परिवर्तन का संकेत है?

हाँ, यह संकेत है कि अब लोग आतंकवाद के खिलाफ खुलकर खड़े हो रहे हैं। इमामों की प्रतिक्रिया दर्शाती है कि धार्मिक और सामाजिक नेतृत्व भी अब शांति और मानवता के पक्ष में आवाज़ बुलंद कर रहा है।

क्या पहले ऐसी घटनाओं पर जनता की प्रतिक्रिया इतनी व्यापक होती थी?

नहीं, पहले आतंक की घटनाओं की आलोचना सीमित रहती थी। लोग डर के कारण या सामाजिक दबाव में खुलकर विरोध नहीं करते थे। इस बार का प्रतिक्रिया स्तर अभूतपूर्व है।