MahaKumbh Foreign Delegation : 73 देशों के राजनयिक और विदेशी अतिथियों ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी, बोले- नहीं भूलेंगे ये अनुभव

73 देशों के राजनयिक और विदेशी अतिथियों ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी..MahaKumbh Foreign Delegation: Diplomats and foreign guests

  • Reported By: Vijendra Pandey

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  • Publish Date - February 2, 2025 / 09:58 AM IST,
    Updated On - February 2, 2025 / 10:31 AM IST

MahaKumbh Foreign Delegation : Yogi Adityanath X Handle

प्रयागराज: MahaKumbh Foreign Delegation :  प्रयागराज महाकुंभ में अब तक 32 करोड़ से अधिक लोग स्नान कर चुके हैं, और यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला बन चुका है। शनिवार को प्रयागराज महाकुंभ में 118 सदस्यीय विशेष विदेशी प्रतिनिधिमंडल ने संगम में स्नान किया, जिसमें 77 देशों के राजनयिक और मिशन प्रमुख शामिल थे। इस अद्भुत मौके पर इन प्रतिनिधियों ने अपनी खुशी का इजहार किया और भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और इस विशाल आयोजन की सराहना की। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य और उनके परिवारों ने महाकुंभ में भाग लेकर इसे एक अविस्मरणीय अनुभव बताया और भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया। महाकुंभ का यह ऐतिहासिक अवसर देखकर उन्हें भारतीय संस्कृति की गहरी समझ और सम्मान मिला। प्रतिनिधिमंडल ने संगम में स्नान के दौरान भारत के धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व को महसूस किया। इस आयोजन ने उन्हें भारतीय संस्कृति की भव्यता को और करीब से देखने का मौका दिया।

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MahaKumbh Foreign Delegation : इसके बाद, फॉरेन डिप्लोमेट्स का काफिला पुलिस लाईन सभागार पहुंचा, जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनसे संवाद किया। इस दौरान, विदेशी राजदूतों और डिप्लोमेट्स ने महाकुंभ पर अपने अनुभव साझा किए।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विदेशी राजदूतों और डिप्लोमेट्स को संबोधित करते हुए महाकुंभ की महिमा और उसकी सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ भारत की समृद्ध संस्कृति और आध्यात्मिकता का अद्भुत प्रतीक है, जो न केवल देश बल्कि दुनिया भर के लोगों के लिए आस्था और शांति का स्रोत है। विदेशी डिप्लोमेट्स ने महाकुंभ में भाग लेकर इस अद्भुत आयोजन को एक अविस्मरणीय अनुभव बताया। उन्होंने संगम में स्नान के बाद भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता की महत्ता को महसूस किया। विभिन्न देशों के राजदूतों और डिप्लोमेट्स ने भारतीय धार्मिक परंपराओं को सराहा और इस अवसर पर गहरी आस्था की अनुभूति को साझा किया।

 

 

महाकुंभ में विदेशी डिप्लोमेट्स के अनुभव क्या थे?

विदेशी डिप्लोमेट्स ने महाकुंभ को एक अविस्मरणीय अनुभव बताया और भारतीय संस्कृति तथा आध्यात्मिकता की सराहना की।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विदेशी डिप्लोमेट्स से क्या संवाद किया?

मुख्यमंत्री ने महाकुंभ की महिमा और उसकी सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व के बारे में बताया और इसके वैश्विक महत्व को रेखांकित किया।

महाकुंभ का भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता पर क्या प्रभाव पड़ा?

महाकुंभ ने विदेशी डिप्लोमेट्स को भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता की गहरी समझ दी और इसे शांति और मानवता का संदेश बताया।

महाकुंभ में विदेशी डिप्लोमेट्स के साथ किसने संवाद किया?

महाकुंभ में संवाद के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विदेशी डिप्लोमेट्स से बातचीत की।