रायपुर: Congress 84th session in Gujarat, गुजरात में कांग्रेस ने 84वां अधिवेशन में कई अहम फैसले भी लिए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जिला अध्यक्षों को टिकट वितरण की प्रक्रिया का हिस्सा बनाने का ऐलान भी कर दिया । कांग्रेस के अधिवेशन में बहुत कुछ खास रहा, वहीं छत्तीसगढ़ में इसे लेकर राजनीति गर्म हो गई है। सत्ता पक्ष और विपक्ष में बयानबाजी तेज हो गई है।
लोकसभा और विधानसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस ने गुजरात में मंथन किया । साबरमती के तट पर हुए अधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने देश में ध्रुवीकरण की राजनीति पर चिंता भी जताई। दो टूक लहजे में कहा कि जो लोग काम नहीं करना चाहते उन्हें रिटायर्ड हो जाना चाहिए । इतना ही नहीं, उन्होंने गुजरात की धरती से जिला अध्यक्षों को ताकत देने की घोषणा भी कर दी । कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जिला अध्यक्ष अब टिकट वितरण की प्रक्रिया का हिस्सा होंगे । अब कमोबेश यह तय हो गया कि टिकट वितरण हो या नियुक्ति की प्रक्रिया, जिला अध्यक्ष पावरफूल होंगे ।
Congress 84th session in Gujarat , यूं तो कांग्रेस का अधिवेशन गुजरात में हो रहा है, लेकिन सियासत छत्तीसगढ़ में हो रही है। कांग्रेस के अधिवेशन पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से लेकर कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने भी तंज कसा है । केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस के लोग शेर की खाल में छुपकर भेड़िया की तरह काम करते हैं । पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने उनके बयान पर पलटवार किया । विकास उपाध्याय ने कहा कि कांग्रेस के अधिवेशन से भाजपा घबराई हुई है ।
अधिवेशन में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के विभिन्न प्रदेशों से आए नेताओं से मुलाकात के दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने कुलदीप जुनेजा को देखकर रुके और पूछा कि आप मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ के स्कूटर वाले सरदार जी हैं ना। इस पर जुनेजा ने उनका अभिवादन किया । गुजरात की धरती में अधिवेशन कर कांग्रेस जहां बड़ा सियासी संदेश देने की कोशिशों में जुटी है, वहीं संगठन की मजबूती की लिहाज से भी यह अधिवेशन महत्वपूर्ण है। देशभर के जिला अध्यक्षों की निगाहें इस अधिवेशन पर टिकी हुई थी। अब देखना होगा कि जिला अध्यक्षों को मजबूत करने के फैसले से संगठन कितना मजबूत होगा